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लीवर की बीमारी से जाती दो लाख लोगों की जान

जागरण संवाददाता, कानपुर: विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक भारत में प्रत्येक वर्ष दो

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Aug 2017 03:01 AM (IST)Updated: Sat, 19 Aug 2017 03:01 AM (IST)
लीवर की बीमारी से जाती दो लाख लोगों की जान
लीवर की बीमारी से जाती दो लाख लोगों की जान

जागरण संवाददाता, कानपुर: विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक भारत में प्रत्येक वर्ष दो लाख व्यक्तियों की मृत्यु लीवर की बीमारी के कारण होती है। इनमें लगभग 25 हजार लोगों की जान लीवर प्रत्यारोपण कर बचाई जा सकती है, लेकिन वर्तमान में प्रत्येक वर्ष लगभग 1800 लीवर प्रत्यारोपण ही हो रहे हैं। इंड स्टेज लीवर डिसीज के मुख्य कारण लीवर सिरोसिस व हेपेटाइटिस सी है। लीवर सिरोसिस होने का मुख्य कारण मदिरा है।

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आइएमए द्वारा इंड स्टेज लीवर डिसीज व स्ट्रोक विषय पर स्वरूप नगर में आयोजित सीएमई में यह जानकारी मैक्स सुपर स्पेशियलिटी नई दिल्ली के लीवर प्रत्यारोपण सर्जन डा. शालीन अग्रवाल ने दी। स्ट्रोक विषय पर डा. चन्द्रिल चुग ने कहा कि ब्रेन स्ट्रोक पर अंतरराष्ट्रीय शोध यह बताते हैं कि एक मरीज में प्रति मिनट 19 लाख दिमाग की सेल्स की हानि होती है। स्ट्रोक के प्रथम साइन को पहचानना मुश्किल होता है। यह सोचना गलत है कि ब्रेन स्ट्रोक वृद्ध लोगों में अधिक होता है। इंटरवेशनल न्यूरोलाजी द्वारा ब्रेन डैमेज को रोका जा सकता है। सीएमई में आइएमए प्रेसीडेंट डा. प्रवीन कटियार, डा. एसी अग्रवाल, डा.एस के मिश्रा, डा. अरुण खंडूरी, डा. आलोक गुप्ता, डा.बीपी सिंह राठौर, डा. चन्द्र निडलानी, डा. कुनाल सहाय आदि उपस्थित रहे।


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