Move to Jagran APP

मेडिकल कारपोरेशन के पैंटाप्रोटाल इंजेक्शन का नमूना फेल, रिपोर्ट में हुई पुष्टि, LLR Hospital को लिखा पत्र

कानपुर में मेडिकल कारपोरेशन के पैंटाप्रोटाल इंजेक्शन का नमूना फेल हो गया। जिसकी राजकीय प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट में पुष्टि हुई है। इस पर उन्होंने एलएलआर अस्पताल प्रशासन को पत्र लिखा है। कंपनी को इस बैच के 6500 इंजेक्शन वापस होंगे।

By JagranEdited By: Nitesh MishraPublished: Wed, 28 Sep 2022 07:56 AM (IST)Updated: Wed, 28 Sep 2022 08:30 AM (IST)
कानपुर में मेडिकल कारपोरेशन के पैंटाप्रोटाल इंजेक्शन का नमूना फेल।

कानपुर, जागरण संवाददाता। जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल में उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन (यूपीएमएससी) से आपूर्ति किए गए पैंटाप्रोजाल इंजेक्शन का नमूना जांच में फेल हो गया है। इसकी पुष्टि लखनऊ स्थित राजकीय प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट में हुई है।

loksabha election banner

उस रिपोर्ट के आधार पर औषधि निरीक्षण ने अस्पताल प्रशासन को नोटिस भेजकर इंजेक्शन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। यूपीएमएससी से आपूर्ति हुए इस बैच के इंजेक्शन वापस करने को कहा है। कारपोरेशन से हो रही दवाओं की गुणवत्ता पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।

यूपीएमएससी से मेडिकल कालेज के अस्पतालों में घटिया दवाओं की आपूर्ति किए जाने की शिकायत हैं। मेडिकल कालेज के जिम्मेदार लगातार टर्सरी सेंटर में घटिया दवाओं व इंजेक्शन की आपूर्ति से इलाज की गुणवत्ता प्रभावित होने की जानकारी प्रशासन को दे रहा है। बावजूद इसके शासन स्तर से सुनवाई नहीं हो रही है।

एलएलआर अस्पताल में यूपीएमएससी से पैंटाप्रोजाल इंजेक्शन आपूर्ति हुई थी, जब इंजेक्शन इमरजेंसी व वार्ड में इस्तेमाल के लिए भेजने के लिए खोले गए तो इंजेक्शन की कुछ वायल का रंग पीला और कुछ का सफेद पाया गया।

इस पर चीफ फार्मासिस्ट राजेन्द्र पटेल ने प्रमुख अधीक्षक से लेकर प्राचार्य को सूचित किया। इस पर अस्पताल प्रशासन ने डीएम से जांच कराने का आग्रह किया। औषधि निरीक्षक संदेश मौर्या ने 16 अगस्त को छापा मारकर पैंटाप्रोजाल इंजेक्शन और एमाक्सीसिलिन विथ क्लैवनिक एसिड का नमूना लेकर जांच के लिए लखनऊ स्थित प्रयोगशाला भेजा था।

प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या का कहना है कि गैस के इलाज के लिए इंजेक्शन पैंटाप्रोजाल की सात हजार वायल की आपूर्ति हुई थी। उसमें से इंजेक्शन के 6500 वायल बचे हैं, उन्हें वापस किया जाएगा।

ब्लैक लिस्ट होगी कंपनी : ड्रग इंस्पेक्टर का कहना है कि फार्मा कंपनी के इंजेक्शन का नमूना मानक विहीन पाए जाने की वजह से फेल हो गया है। इसलिए अस्पताल प्रशासन से इंजेक्शन के बिल एवं वाउचर मांगे हैं। साथ ही कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने के लिए भी पत्र लिखा है। साथ ही यूपीएमएससी को भी पत्र लिखा जाएगा।

एमाक्सीसिलिन की रिपोर्ट का इंतजार : पैंटाप्रोजाल के अलावा एमाक्सीसिलिन विथ क्लैवनिक एसिड का नमूना ड्रग इंस्पेक्टर ने लेकर जांच के लिए भेजा था। उसकी जांच रिपोर्ट अभी तक लखनऊ की राजकीय प्रयोशाला से नहीं आई है। रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

यूपीएमएसएसी से हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के बद्दी स्थित एरियन हेल्थकेयर से पैंटाप्रोजाल इंजेक्शन बैच नंबर एस1एच027 जिनकी निर्माण तिथि अगस्त 2021 और एक्सपाइयरी जुलाई 2023 को होनी थी। उसके नमूने एलएलआर अस्पताल से लेकर भेजे थे, जो जांच में फेल हो गए हैं। इसको लेकर अस्पताल प्रशासन के जिम्मेदारों को नोटिस भेजा है।- संदेश मौर्या, ड्रग इंस्पेक्टर, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.