ट्रेनें बढऩे से सेंट्रल स्टेशन पर दिखी रौनक, बड़ी संख्या में सफर पर निकले यात्री
कोविड प्रोटोकाल के तहत यात्रियों को सेंट्रल में दिया गया प्रवेश सबसे पहले आई वंदेभारत एक्सप्रेस।
कानपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के बाद एक बार फिर ट्रेनों ने रफ्तार पकड़ी है। शनिवार से शुरू हुईं 11 जोड़ी ट्रेनों के चलने से सेंट्रल स्टेशन पर भी रौनक बढ़ गई। इसकी शुरुआत सुबह दिल्ली से आई सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदेभारत से हुई। कोविड प्रोटोकाल के बीच यात्रियों को सेंट्रल स्टेशन पर प्रवेश दिया गया। यात्रियों के आवागमन के लिए सिटी साइड से प्रवेश और निकासी की व्यवस्था की गई थी।
सुबह दस बजे पहुंची वंदेभारत एक्सप्रेस
दिल्ली से वाराणसी जाने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर सुबह दस बजे पहुंची। ट्रेन से कानपुर आने वालों की तुलना में जाने वाले यात्रियों की संख्या अधिक थी। पांच मिनट के ठहराव के बाद ट्रेन रवाना हो गई। ट्रेन से वाराणसी जाने वाले यात्रियों को एक घंटे पहले ही स्टेशन में प्रवेश शुरू करा दिया गया था। ऑटोमेटिक स्कैनर मशीन से यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई।
इसके अलावा कोविड प्रोटोकाल के सभी मानकों की भी जांच आरपीएफ और जीआरपी के जवानों की मौजूदगी में की गई। वंदेभारत के रवाना होने के 40 मिनट बाद हावड़ा जोधपुर स्पेशल ट्रेन सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर पहुंची। रेलवे सूत्रों के मुताबिक ट्रेन से सवा दो सौ यात्री कानपुर सेंट्रल पर उतरे। इनमें ज्यादातर यात्री लखनऊ, गोंडा, बस्ती जाने वाले थे। डिप्टी सीटीएम हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि कोविड प्रोटोकाल के तहत यात्रियों की सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
शताब्दी एक्सप्रेस 40 मिनट लेट
ट्रेनों की संख्या कम होने के चलते अभी तक यह ट्रेनें समय पर आ रही थीं लेकिन 80 ट्रेनों के और शुरू होने का असर शनिवार से ही दिखने लगा। नई दिल्ली से लखनऊ जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस शनिवार को अपने निर्धारित समय 11:15 के बजाय 40 मिनट देरी से सेंट्रल स्टेशन पर पहुंची।