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कानपुर में ट्रांसगंगा सिटी में सीमेंट फैक्ट्री के लिए आवंटित की जाएगी भूमि, कई औद्योगिक घरानों से होगा संपर्क

पनकी पावर हाउस परिसर में ही 660 मेगावाट का एक पावर प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इसका 70 फीसद से अधिक काम पूरा हो गया है। यह प्लांट अगले साल शुरू होगा। पूर्व में इस प्लांट से निकलने वाली राख को वहीं डंप किया जाता था।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Mon, 19 Jul 2021 04:57 PM (IST)Updated: Mon, 19 Jul 2021 04:57 PM (IST)
कानपुर में ट्रांसगंगा सिटी में सीमेंट फैक्ट्री के लिए आवंटित की जाएगी भूमि, कई औद्योगिक घरानों से होगा संपर्क
पनकी पावर प्लांट की खबर से संबंधित सांकेतिक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। कानपुर में दो थर्मल पावर प्लांट स्थापित हो रहे हैं। दोनों ही प्लांट 2020 की पहली छमाही में शुरू हो जाएंगे। ऐसे में यहां से बड़े पैमाने पर राख निकलेगी। इस राख का उपयोग सीमेंट बनाने के साथ ही ब्रिक बनाने में किया जा सकता है। यही वजह है कि अब उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण प्रबंधन अब सीमेंट फैक्ट्री के लिए ट्रांसगंगा सिटी में उद्यमियों को आमंत्रित करेगा। इसके लिए जेके समूह, रिलायंस समूह समेत कई बड़े औद्योगिक घरानों से संपर्क साधने की तैयारी है। बकायदा इन घरानों को पत्र लिखा जाएगा और उनके अधिकारियों के साथ वेबिनार आयोजित किया जाएगा। उन्हें सिटी में क्या सुविधाएं दी जा सकती हैं इसके बारे में बताया जाएगा।

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पनकी पावर हाउस परिसर में ही 660 मेगावाट का एक पावर प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इसका 70 फीसद से अधिक काम पूरा हो गया है। यह प्लांट अगले साल शुरू होगा। पूर्व में इस प्लांट से निकलने वाली राख को वहीं डंप किया जाता था। इस वजह से पांडु नदी भी प्रदूषित हुई। तमाम लोग यहां से राख खरीदकर ले जाते थे और टाउनशिप आदि बनाने के लिए उसकी पुराई करते थे। अगर सीमेंट फैक्ट्री यहां लगेगी तो इसका उपयोग आसानी से हो जाएगा। इसी घाटमपुर में भी 1980 मेगावाट के पावर प्लांट की स्थापना होनी है। फिलहाल 660 मेगावाट की एक यूनिट का निर्माण हो रहा है। इसका कार्य साल के अंत तक पूरा हो जाएगा और फिर अगले साल इसका शुभारंभ होगा। इस प्लांट के शुरू होते ही दूसरी 660 यूनिट का निर्माण शुरू होगा। दोनों ही प्लांटों से बड़े पैमाने पर राख निकलेगी। प्रबंधन की सोच है कि इसका उपयोग सीमेंट बनाने में हो इसलिए ट्रांसगंगा सिटी में सीमेंट उद्योग के लिए भूखंड आवंटित करने पर विचार किया जा रहा है। प्राधिकरण के सीईओ मयूर माहेश्वरी का कहना है कि जल्द ही उद्यमियों के साथ बैठक करेंगे।


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