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कानपुर में चौकी के सामने जर्दा स्टोर से नकदी व सामान सहित लाखों की चोरी

जेएनएन कानपुर पनकी निवासी आनंद कुमार खरे ने रीयल एस्टेट कंपनी साइन सिटी के एमडी प्रया

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Dec 2020 02:31 AM (IST)Updated: Tue, 29 Dec 2020 02:31 AM (IST)
कानपुर में चौकी के सामने जर्दा स्टोर से नकदी व सामान सहित लाखों की चोरी
कानपुर में चौकी के सामने जर्दा स्टोर से नकदी व सामान सहित लाखों की चोरी

कानपुर : साकेत नगर चौकी के सामने स्थित मार्केट में जर्दा स्टोर का ताला तोड़कर चोरों ने दो लाख की नकदी समेत 50 हजार का माल उड़ा दिया। एन-ब्लाक किदवई नगर निवासी गोपाल चोपड़ा की चौकी के सामने मार्केट में जर्दा स्टोर है। गोपाल के दुकान के दोनों कुंडे के ताले और सेंटर लॉक भी टूटा हुआ था। अंदर जाकर देखा तो गुल्लक में रखी दो लाख रुपये की नकदी और 50 हजार कीमत का सामान गायब था। उन्होंने कंट्रोल रूम का नंबर नहीं उठाए जाने और एक घंटे बाद पुलिस के पहुंचने की भी शिकायत की। वहीं, मामले की जानकारी होने पर कानपुर उद्योग व्यापार मंडल महामंत्री विनोद गुप्ता, मार्बल मार्केट व्यवस्था समिति अध्यक्ष विजय गुप्ता, रोशन लाल, हिमांशु पाल, अचल गुप्ता, राकेश सिंह सिंह आदि एसपी साउथ दफ्तर पहुंचे। व्यापारियों ने पुलिस गश्त में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। एसपी साउथ दीपक भूकर ने जल्द आरोपितों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है।

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कानपुर में रीयल एस्टेट कंपनी के निदेशक समेत छह पर मुकदमा: जेएनएन, कानपुर : पनकी निवासी आनंद कुमार खरे ने रीयल एस्टेट कंपनी साइन सिटी के एमडी प्रयागराज निवासी राशिद नसीम व एजेंट विनोद जायसवाल समेत छह व्यक्तियों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि एजेंट ने साइन सिटी के महाराजपुर व राजस्थान की दौसा प्रोजेक्ट में प्लॉट दिलाने का झांसा देकर 9.10 लाख रुपये हड़प लिए।

आनंद ने बताया कि दो साल पहले साइन सिटी के एजेंट विनोद कुमार जायसवाल का उनके पास फोन आया था। उन्होंने कंपनी के विभिन्न प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए प्लॉट दिलाने और फॉरेन एक्सचेंज ट्रेडिग के काम में रकम इन्वेस्ट करके मुनाफा कमाने का प्रलोभन दिया था। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कंपनी के एमडी राशिद नसीम व उनके भाई आसिफ हैं। उनके राजस्थान, लखनऊ व शहर के महाराजपुर में प्रोजेक्ट हैं। इसके बाद आनंद ने 100-100 वर्ग गज के तीन प्लॉट बुक कराए और विभिन्न तारीखों में रकम दी। कुछ समय बाद आनंद ने भरोसा करके रिश्तेदारों से भी कंपनी में निवेश कराया। आरोप है कि कुल 9.10 लाख रुपये जमा हो जाने के बाद न तो आरोपितों ने प्लॉट दिया और न ही रकम लौटाई। आरोप है कि मार्च 2020 में विनोद कचहरी में मिला तो उससे रकम वापस लौटाने के लिए कहा। तब उसने धमकी दी। परेशान होकर आनंद ने थाने में तहरीर दी। सुनवाई न होने पर कोर्ट की मदद ली। थाना प्रभारी संजीवकांत मिश्र ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। विवेचना के बाद आगे की कार्रवाई होगी।


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