जानिए-तेजी से वायरल हो रही एलिम्को में कई पदों पर नौकरी की सूचना का सच
Alimco Employment News इंटरनेट पर वायरल हो रहे मैसेज में साइबर अपराधियों ने भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) में अधिकारियों के स्कैन हस्ताक्षर से फर्जी नियुक्तियां निकालीं हैं मंत्रालय से पूछताछ होने पर अधिकारियों ने बिठूर पुलिस को तहरीर दी है।
कानपुर, जेएनएन। भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) के नाम पर फर्जी नियुक्तियां निकालने का मामला प्रकाश में आया है। साइबर अपराधियों ने पदों के नीचे संस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों के नाम और हस्ताक्षर को बाकायदा स्कैन किया है, जिससे लोग आसानी से धोखा खा सकते हैं। ये सूचना तेजी से वायरल हो रही है। अब तक भर्ती की जानकारी को लेकर कई लोगों के फोन आ चुके हैं। शासन और मंत्रालय की ओर से भी जानकारी जुटाई गई है। हालांकि घटना में किसी के धोखाधड़ी का शिकार बनने की सूचना नहीं है, लेकिन संस्थान की ओर से बिठूर पुलिस को तहरीर दे दी गई है। पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है।
फर्जी को बिल्कुल असली जैसा बनाया
फर्जी नौकरी में जूनियर मैनेजर, डिपार्टमेंट मैनेजर, इनफोर्समेंट ऑफिसर, टेक्निकल स्टाफ, डाइवर, असिस्टेंट इंजीनियर, सिक्योरिटी गार्ड, सुपरवाइजर, कंप्यूटर ऑपरेटर, चपरासी, हेल्पर के पद निकाले गए हैं। इसमें पद की संख्या और अर्हता भी है। नौकरी के पदों के नीचे वरिष्ठ प्रबंधक का नाम धोखाधड़ी करने वालों ने फर्जी नौकरी के विभिन्न पदों के नीचे वरिष्ठ प्रबंधक का नाम लिखा है, जबकि उसमें उप प्रबंधक के हस्ताक्षर हैं। एक बार में देखने पर यह बिल्कुल असली जैसा नजर आता है।
जांच के लिए बन सकती आंतरिक कमेटी
इसका पता चलने पर संस्थान में सतर्कता बढ़ा दी गई है। मामले की जांच के लिए जल्द ही इंटरनल कमेटी भी बनाई जा सकती है। चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर डीआर सरीन ने फर्जी नियुक्तियों के आवेदन पत्र पर कोई धोखाधड़ी का शिकार न बन जाए, इसके लिए समाचार पत्रों और वेबसाइट पर सूचना जारी कराने का निर्देश दिया है।
हेल्पलाइन नंबर किया जारी
घटना के बाद एलिम्को की ओर से टॉल फ्री नंबर 1800-180-5129 और 0512-2770115 जारी किया गया है। इन पर सुबह नौ से शाम पांच बजे तक जानकारी की जा सकती है। संस्थान की ई-मेल भी सार्वजनिक की गई है।
क्या कहना अधिकारियों का
सीएमडी डीआर सरीन ने बताया कि एलिम्को और एलिम्को के अधिकारी के हस्ताक्षर कूटरचित कर झूठा भर्ती चार्ट तैयार किया गया है, जिसे सोशल मीडिया पर भेजा जा रहा है। इससे संस्थान का कोई लेना देना नहीं है। निगम की ओर से भर्ती संबंधी सूचनाएं वेबसाइट पर जारी होती हैं।