17 जातियों को SC में शामिल करने में केंद्र की टिप्पणी पर केशव मौर्य ने कही ये बात
चित्रकूट आए उपमुख्यमंत्री ने ट्विट करने पर अखिलेश और प्रियंका पर भी साधा निशाना।
चित्रकूट, जेएनएन। प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 17 जातियों को एससी में शामिल करने के प्रदेश सरकार के फैसले को सही ठहराया है। उन्होंने केंद्र सरकार से असंवैधानिक करार दिए जाने के सवाल पर कहा है कि न्यायालय के आदेश पर सरकार ने फैसला लिया है। फिर भी यदि कहीं कुछ कमी रह गई है तो केंद्र सरकार देख लेगी। साथ ही उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर ट्वीट करने वालों पर भी जमकर निशाना साधा।
बेवजह ट््वीट करके भाजपा पर उठा रहे सवाल
प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को चित्रकूट में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, मायावती के साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा पर जमकर हमला बोला। कहा, बेवजह ट््वीट करके कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने वालों को जनता समझ चुकी है। इसीलिए डेढ़ दशक में प्रदेश को पीछे धकेलने वाले बुआ-बबुआ को सबक सिखाया और जनता ने मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाया है। पूर्वांचल का ठेका लेने वाली प्रियंका अपने भाई को नहीं जिता सकीं जबकि सुशासन की बात करने वाले अखिलेश की पत्नी भी हार गईं। वही लोग अब भाजपा पर सवाल उठा रहे हैं।
हम यह नहीं कहते दो साल में बदल दिया प्रदेश
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव में एक तरफ जातीय, गुंडागर्दी और अपराध करने वाली शक्तियां थी लेकिन राष्ट्रवाद की शक्ति ने सबको पीछे कर दिया। राष्ट्रवादी और विकासवादी शक्तियों के कारण उनकी सरकार बनी है। जातिवादी गठबंधन के बाद भी यूपी में भाजपा को 64 सीटों पर जीत मिली। कहा, हम यह नहीं कहते कि प्रदेश बदल दिया पर दो साल में बेहतर सुधार हुए हैं। सपा शासनकाल में सड़कों पर गड्ढों के कारण साइकिल नहीं चल पाती थी।
गरीबी भाजपा की पेटेंट
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उनको कहने में संकोच नहीं है कि गरीब कल्याण के लिए सबसे अधिक काम केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार ने किया है। अभी सब कुछ ठीक होने में थोड़ा वक्त लगेगा लेकिन गांव से शहर तक विकास की लहर चल रही है मोदी के कारण भाजपा गरीबों की सबसे बड़ी हितैषी बन गई है। किसान सम्मान निधि का हवाला देकर कहा कि सरकार भ्रष्टाचार वाली होती तो किसानों के खाते में दो हजार रुपये नहीं पहुंचते।