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कानपुर: सील इमारतों पर केडीए ने शिकंजा कसना किया शुरू, धीरे-धीरे वसूला जाएगा शमन

तत्कालीन उपाध्यक्ष जयश्री भोज के कार्यकाल वर्ष 2013 में शहर में अवैध इमारतों के खिलाफ अभियान चलाया गया था। उन्होंने चार साल के कार्यकाल में चार सौ से ज्यादा इमारतें सील कर दी। इसके बाद कम से कम दो सौ और इमारतें सील हो चुकी है।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Fri, 12 Nov 2021 02:30 PM (IST)Updated: Fri, 12 Nov 2021 02:30 PM (IST)
कानपुर: सील इमारतों पर केडीए ने शिकंजा कसना किया शुरू, धीरे-धीरे वसूला जाएगा शमन
कानपुर विकास प्राधिकरण की खबर से संबंधित प्रतीकात्मक फोटाे।

कानपुर, जागरण संवाददाता। केडीए ने अपनी आय बढ़ाने के लिए भूखंड और बचे फ्लैट बेचने के साथ ही शमन वसूलने की भी तैयारी की जा रही है। इसको लेकर सील इमारतों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।सात साल में सील हो चुकी करीब छह सौ इमारतों का सर्वे कराया जाएगा। सर्वे में पोल खुल जाएगी पचास फीसद से ज्यादा इमारतों की सील खुल गई है। केवल दिखावा मात्र के लिए अभियंताओं ने शमन शुल्क जमा कराया है। केडीए का चुना लगने के साथ ही बिना पार्किंग के बनी इमारतों के कारण ट्रैफिक व्यवस्था भी ध्वस्त हो रही है।

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तत्कालीन उपाध्यक्ष जयश्री भोज के कार्यकाल वर्ष 2013 में शहर में अवैध इमारतों के खिलाफ अभियान चलाया गया था। उन्होंने चार साल के कार्यकाल में चार सौ से ज्यादा इमारतें सील कर दी। इसके बाद कम से कम दो सौ और इमारतें सील हो चुकी है। इसमें कई इमारतों की कागज में सील लगी हुई है। मौके पर खुल चुकी है और लोग रह रहे है। शमन शुल्क भी नहीं जमा किया है। इसके अलावा कई में शमन शुल्क जमा करने के नाम पर केवल खानापूरी की गई है और सील इमारत खोल दी गई है। इसके बाद एक भी धनराशि नहीं जमा की गई है। वर्तमान समय में शहर में धड़ल्ले से अवैध इमारतें बन रही है। एक में भी शमन नहीं वसूला जा रहा है। इस मामले में उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने सील इमारतों की फाइल तलब की है। सर्वे में होने पर पोल खुलेगी। पीरोड, अशोक नगर, जवाहर नगर, नेहरू नगर, ब्रह्मनगर, प्रेमनगर, आचार्य नगर, नवाबगंज, गोविंद नगर, किदवईनगर, पनकी, सीसामऊ श्यामनगर, जाजमऊ समेत कई जगह सील इमारतें खुल गई है।इनकी जांच की जाए तो पता चलेगा कि एक भी शुल्क नहीं जमा है। इन इमारतों का शमन कराने में केडीए को करोड़ों रुपये का शमन शुल्क मिलेगा।


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