Kanpur Violence : पुलिस महकमे में बड़ी कार्रवाई, दो थाना प्रभारी निलंबित और एक लाइन हाजिर, यहां पढें पूरा मामला
कानपुर परेड नई सड़क पर हुए उपद्रव में स्थानीय पुलिस की भी भूमिका की जांच हो रही थी। पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने बेकनगंज और बजरिया थाना प्रभारी को निलंबित किया है और चमनगंज थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। नई सड़क पर तीन जून को हुए उपद्रव के मामले में पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने शुक्रवार रात 1:30 बजे बेकनगंज थाना प्रभारी नवाब अहमद और बजरिया थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह को निलंबित कर दिया। घटना के 28 दिन बाद हुई इस कार्रवाई में चमनगंज थाना प्रभारी जैनेंद्र कुमार तोमर को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
भाजपा प्रवक्ता रहीं नुपुर शर्मा की टिप्पणी के विरोध में बाजार बंदी को लेकर जुमे की नमाज के बाद निकली भीड़ ने चंद्रेश्वर हाते के पास उपद्रव किया था। इस दौरान नई सड़क पर पुलिस पर पथराव, फायरिंग और बमबाजी की गई थी। मामले में पुलिस ने 55 नामजद और एक हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। मामले की जांच के लिए बनाई गई एसआइटी (विशेष जांच दल) 60 आरोपितों की गिरफ्तारी करके जेल भेज चुकी है।
मामले में थाना प्रभारियों की भूमिका की भी जांच हो रही थी। बेकनगंज थाना प्रभारी नवाब अहमद की भूमिका पहले दिन से संदेह के घेरे में थी।
शुक्रवार को उनकी एक फोटो वायरल हुई जिसमें वह उपद्रव भड़काने के आरोपित अजीम खान के साथ खड़े दिख रहे हैं। इस कार्रवाई के बाद पुलिस लाइन से अजय कुमार सिंह को बेकनगंज, वहीं से विक्रम को बजरिया और चकेरी के अतिरिक्त थाना प्रभारी रहे जावेद अहमद को चमनगंज थाने में तैनाती दी गई है।
यह रहा कारण
अधिकारियों का कहना है कि नई सड़क पर उपद्रव की घटना में इन्हीं थाना क्षेत्रों से भीड़ पथराव और बमबाजी में शामिल रही है। न तो दोनों थाना प्रभारी इस बारे में अधिकारियों को सूचित कर सके और न ही इन उपद्रवियों को रोक पाए।
वहीं बजरिया थाना प्रभारी पर अफसरों की खासी नाराजगी रही। नई सड़क पर बवाल के आरोपित को जब एसआइटी पकड़ने गई थी तो भीड़ ने आरोपित को छुड़ा लिया था। थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध रही थी।