Kanpur Crime: संक्षेप में पढ़िए, कानपुर में अपराध से जुड़ी दस खबरें
कानपुर अपराध का गढ़ बन चुका है एक दिन में अपराध के कई मामले पुलिस के सामने आते हैं और केस दर्ज होते हैं। ऐसे ही बीते चौबीस घंटे में हुई आपराधिक घटनाएं और विभिन्न थानों में दर्ज मुकदमों की जानकारी है।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर शहर में जरायम की घटनाएं रोजाना का हिस्सा बन चुकी है। अपराध से जुड़ी बीते चौबीस घंटों की दस खबरें, जिसमें कहीं शातिर गिरफ्तार हुआ है तो बड़े अपराधी पर इनाम घोषित करने की तैयारी की जा रही है।
फर्जी दस्तावेजों से बैनामा कराने वाला गिरफ्तार
फर्जी दस्तावेजों के सहारे किसान की भूमि बेचने वाले आरोपित को पनकी पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने किसान के नाम पर ही दूसरे व्यक्ति को खड़ा करके यह फर्जीवाड़ा किया था। पुलिस के मुताबिक पनकी थाना क्षेत्र के पनका बहादुरनगर में रहने वाले किसान छेदीलाल कुरील की खेतिहर भूमि है। आरोप है कि इस भूमि को गजनेर (कानपुर देहात) के शाहजहांपुर निनाया गांव निवासी हाकिम सिंह चौहान ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे कई लोगों को बेच दिया था।
शातिर ने रजिस्ट्री ऑफिस में दूसरे व्यक्ति को छेदीलाल बताकर पेश किया और रजिस्ट्री कराई थी। जब किसान को घटना की जानकारी हुई तो उन्होंने पनकी थाने में धोखाधड़ी, जालसाजी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। विवेचना में हाकिम सिंह का नाम सामने आया तो पुलिस ने उसकी तलाश में दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं आया। सोमवार को पुलिस ने आरोपित को भौंती बाईपास के पास से गिरफ्तार कर लिया। दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया।
सट्टा किंग सोनू सरदार पर घोषित होगा इनाम
गैंगस्टर एक्ट में वांछित चल रहे जयपुर के सट्टा किंग सोनू सरदार के खिलाफ जल्द ही इनाम घोषित किया जाएगा। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ गैरजमानती वारंट के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई है। इसके बाद आरोपित के खिलाफ कुर्की की प्रक्रिया भी शुरू होगी। एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि आरोपित के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी होते ही इनाम घोषित कराने की कोशिश की जाएगी। इसके बाद कुर्की की प्रक्रिया शुरू होगी।
बेटी से अश्लीलता में पिता को चार वर्ष की सजा
बेटी से अश्लीलता करने के एक मामले में विशेष न्यायाधीश पॉक्सो विकास गुप्ता ने पिता को चार वर्ष कैद की सजा सुनाई। न्यायालय ने आरोपित पर दस हजार रुपये का जुर्माना भी किया, इसमें पांच हजार रुपये पीडि़ता को मिलेंगे। लालबंगला निवासी व्यक्ति पर उसकी 17 वर्षीय बेटी ने अश्लीलता का आरोप लगाया था। मां ने 15 मार्च 2017 को चकेरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पीडि़ता और उसके भाई बहन समेत सात लोगों के बयान कोर्ट ने दर्ज किए। विशेष लोक अभियोजक गंगा प्रसाद यादव ने बताया कि पीडि़ता की गवाही और साक्ष्यों के आधार पर कोर्ट ने आरोपित को सजा सुनाई है।
दुष्कर्म पीडि़ता और उसकी बहन से मारपीट
चकेरी में भतीजे को ट्यूशन पढ़ाने वाली युवती संग दुष्कर्म के आरोपित ने पीडि़ता और उसकी बहन को रोककर मारपीट व छेडख़ानी की। पीडि़ता ने चकेरी थाने में तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई है। चकेरी निवासी एक छात्र को वहीं की युवती ट्यूशन पढ़ाने आती थी। आरोप है कि छात्र के चाचा अभिषेक ने ट्यूशन पढ़ाने वाली युवती को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया था।
पीडि़ता की शिकायत पर अभिषेक को पुलिस ने अक्टूबर 2020 में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। एक माह पहले ही आरोपित जेल से छूटकर आया है। बीते 22 जनवरी को पीडि़ता बहन संग लालबंगला बाजार जा रही थी। तभी आरोपित ने रामादेवी रेलवे ट्रैक के पास दोनों को रोका और उनके साथ मारपीट करते हुए छेडख़ानी की। भीड़ जुटने पर आरोपित भाग निकला था। थाना प्रभारी चकेरी दधिबल तिवारी ने बताया कि पीडि़ता की तहरीर पर मारपीट व छेडख़ानी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बेटे और पत्नी पर हत्या का आरोप
नौबस्ता में पेंटर के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले में मृतक के स्वजन ने पत्नी और मकान मालिक के बेटे पर हत्या का आरोप लगाया है। लवकुश विहार निवासी पेंटर दिनेश ने रविवार को पत्नी के मायके जाने से क्षुब्ध होकर फांसी लगाकर जान दे दी थी। दिनेश की पत्नी ब्यूटी पार्लर में काम करती थी। जिसे लेकर वह पत्नी पर शक करता था। शुक्रवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ था। जिसके बाद दिनेश की पत्नी दोनों बच्चों को लेकर मायके चली गई थी। इधर घटना की जानकारी होने पर मृतक की बहन किरन व अन्य स्वजन घटनास्थल पहुंचे।
जहां स्वजन ने पत्नी और मकान मालिक के बेटे पर हत्या का आरोप लगाया है। मृतक की बहन का आरोप है कि बीते 21 जनवरी को मृतक ने मकान मालिक के बेटे से बात करते हुए पत्नी को पकड़ा था। दोनों ने मिलकर भाई की हत्या की है। थाना प्रभारी नौबस्ता सतीश सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी से मौत की पुष्टि हुई है। तहरीर मिलने पर आरोपों की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
टप्पेबाज ले उड़े महिला के जेवर
किदवई नगर में टप्पेबाजों ने महिला को लूटपाट का हवाला देकर जेवर उतरवाने के बाद पार कर दिया। निराला नगर निवासी तरूण निगम की पत्नी ममता सोमवार दोपहर को 13 ब्लॉक सब्जी मंडी गईं थीं। लौटते वक्त लेबर मंडी के पास शातिरों ने उन्हें रोककर कहा कि आगे की गली में लूट हो गई है। शातिरों ने उनसे जेवर उतारने और रूमाल में बांधकर तब घर जाने को बोला। जल्दी दिखाते हुए शातिरों ने ममता के जेवर उतरवाए और रूमाल में बांधने के लिए लेकर गायब कर दिया। शातिरों के जाने के बाद ममता ने देखा तो उसमें पत्थर थे। थाना प्रभारी किदवई नगर राजीव सिंह ने बताया कि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
मिलावटी पेट्रोल बेचने वाले की जमानत खारिज
पूर्ति निरीक्षक अपराजिता ङ्क्षसह ने कपली गांव के पास 9 जनवरी 2021 को ड्रम लदी हुई एक पिकप पकड़ी थी। गाड़ी में छह ड्रमों में 12 सौ लीटर पेट्रोल मिला था, जो जांच में मिलावटी पाया गया था। यह मिलावटी पेट्रोल हाईवे के पेट्रोल पंप पर बेचा जाता था। आपूर्ति विभाग ने जितेंद्र सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सहायक शासकीय अधिवक्ता कैलाश शुक्ला ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष न्यायाधीश ईसी एक्ट मो. शफीक ने जितेंद्र की जमानत अर्जी खारिज कर दी।
शिक्षकों के पीएफ में सवा लाख की हेराफेरी
कालपी रोड स्थित कुंदन ग्रामर स्कूल के लिपिक पर कर्मचारियों और शिक्षकों की भविष्य निधि से 1.21 लाख रुपये हड़पने का आरोप है। स्कूल की प्रबंध समिति के सदस्य ईशान मिश्रा ने फजलगंज थाने में धोखाधड़ी व गबन की धारा में मुकदमा दर्ज कराया है। पिछले वर्ष कर्मचारियों व शिक्षकों के भविष्य निधि के 1.21 लाख रुपये कम होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद स्कूल के अंशकालिक लिपिक कौशलपुरी निवासी शिवजी बाजपेई से पूछताछ कर थाने में शिकायत की गई।
12 फरवरी 2020 को आरोपित को थाने बुलाया गया तो उसने गलती मानी और कहा कि गबन की धनराशि का 31 अगस्त तक भुगतान कर देगा, लेकिन आरोपित ने रकम नहीं लौटाई। जांच में यह भी सामने आया कि लिपिक ने भविष्य निधि के अभिलेख व आय व्यय का लेखा जोखा समेत कई रिकॉर्ड भी गायब कर दिए थे। थाना प्रभारी अजय प्रताप सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर विवेचना कराई जा रही है।
क्राइम ब्रांच को अभिलेख नहीं दे पाए अफसर
श्री मुनि हिंदू समेत तीन अन्य इंटर कॉलेजों में हुए वेतन बिल घोटाला को लेकर जांच करने क्राइम ब्रांच टीम डीआइओएस कार्यालय पहुंची। टीम के सदस्यों ने डीआइओएस सतीश तिवारी व लेखाधिकारी अखिल सिंह से अभिलेख मांगे तो उन्होंने अभिलेख न होने का बहाना बना दिया। इस पर क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर रामबाबू ने हैरानी जताते हुए दस्तावेज मुहैया कराने के लिए बुधवार तक का समय दिया। वहीं जब इस बाबत डीआइओएस से बात की गई तो उन्होंने कहा, दस्तावेज लेखाधिकारी व लेखाकार के पास हैं।
उन्हें अभिलेख देने के लिए पत्र लिख दिया है। वहीं लेखाधिकारी ने कहा कि वह डीआइओएस व वरिष्ठ अफसरों को सारी जानकारी दे चुके हैं। क्राइम ब्रांच टीम को अगर अभिलेख नहीं मिले तो अफसरों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। डीआइओएस कार्यालय में पूछताछ के बाद लौटे टीम के सदस्यों ने यह संकेत दिए। सदस्यों का कहना था, अगर अभिलेख नहीं मिलेंगे तो जांच पूरी नहीं होगी। इसलिए हर हाल में अभिलेख तो मुहैया कराने ही होंगे।