डीएफसी सुपरवाइजर पर हमला कराने के लिए एटा-इटावा से आए थे हमलावर, कानपुर पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी फुटेज
कानपुर के बिधनू में घटना के बाद आरोपितों को उरियारा स्थित ढाबे में रुकवा गया था। थाना प्रभारी ने सिपाही से फोन कराकर पता की थी पकड़े गए आरोपित गुड्डू की लोकेशन अब साथियों की कर रहे तलाश।
कानपुर, जेएनएन। बिधनू कोरियां चौकी क्षेत्र में शनिवार देर रात रंगदारी नहीं देने पर डेडीकेटेट फ्रेट कॉरिडोर कारपोरेशन (डीएफसीसी) के सुपरवाइजर पर हमला करने के लिए खनन माफिया गुड्डू ने एटा और इटावा से मिट्टी खनन से जुड़े लोगों को बुलाया था। वारदात को अंजाम देने के बाद उसे हमलावरों को उरियारा के ढाबा में खाना खिलाने के लिए रुकाना महंगा पड़ा।
थाना प्रभारी पुष्पराज सिंह ने बताया कि बिधनू न्यूरी गांव निवासी खनन माफिया बाबू सिंह यादव उर्फ गुड्डू अवैध खनन के साथ ही कॉरिडोर में मिट्टी आपूर्ति का ठेका लेता है। मिट्टी खनन में गुड्डू के साथ आरोपित एटा निवासी पंकज यादव, रमन यादव और इटावा निवासी अजय परिहार, विनय यादव, सुशील यादव और दो साथियों संग फरार मोनू राजपूत भी जुड़े हैं।
कुछ दिन पहले कोरियां क्षेत्र में मिट्टी खोदने को लेकर डीएफसीसी सुपरवाइजर रामदयाल जाट से विवाद हुआ था। इसके बाद गुड्डू ने क्षेत्र में मिट्टी खोदने पर 50 हजार रुपये की रंगदारी मांगी। विरोध करने पर एटा और इटावा से आए साथियों के साथ कोरियां स्थित कार्यालय में सुपरवाइजर के पास पहुंचा। वहां फायरिंग और तोडफ़ोड़ की थी। पुलिस के आने पर वह साथियों के साथ भाग निकला था। पुलिस गुड्डू और उसके साथियों की तलाश कर ही रही थी। पुलिस ने गुड्डू को एक सिपाही से फोन कराया। गुड्डू ने उसके साथ गाली गलौज और अभद्रता की। उसने खुद के उरियारा के ढाबे में होने की जानकारी दी। ढाबे का घेराव कर पुलिस ने आरोपित को पांच साथियों के साथ दबोचा था। मोनू दो साथियों संग भागने में सफल रहा था।
खंगाले सीसीटीवी फुटेज
पुलिस ने फरार आरोपित मोनू राजपूत और उसके दो अन्य साथियों की पहचान के लिए ढाबे के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। पुलिस घटना के समय का फुटेज साथ ले गई। पुलिस के मुताबिक इन फुटेज के आधार पर फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है।
बीमारी बता अस्पताल पहुंचा गुड्डू
थाना प्रभारी ने बताया कि मुख्य आरोपित गुड्डू ने सोमवार को चौबेपुर के क्वारंटाइन सेंटर में सीने में दर्द होने का बहाना किया था। उसे उर्सला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पर उसने रसूख के दम पर मनमुताबिक एक्सरे कराकर भर्ती होने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। पुलिस उच्चाधिकारियों और सीएमओ को उसके नाटक की जानकारी दी गई। गुड्डू ने सीने में फ्रैक्चर की बात बताई थी, जो दोबारा हुए एक्सरे में नहीं निकला। सामान्य स्थिति सामने आने पर उसे दोबारा क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया।