लखनऊ के प्रापर्टी डीलर आरएसएस नगर कार्यवाह अगवा, औरैया में लावारिस मिली कार
औरैया-दिबियापुर मार्ग स्थित लखन वाटिका में रविवार की सुबह खड़ी मिली कार छानबीन में लखनऊ के आरएसएस कार्यवाह की निकली।
औरैया, जेएनएन। औरैया-दिबियापुर मार्ग स्थित लखन वाटिका में रविवार सुबह खड़ी मिली कार का कनेक्शन कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले फरार हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे से नहीं मिला। छानबीन में सामने आया है कि इस कार से मथुरा से लौट रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लखनऊ निवासी नगर कार्यवाह अमित दुबे संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए हैं। अनंतराम टोल प्लाजा पर पुलिस कार्ड दिखाकर कार गुजरने और सीसीटीवी फुटेज में कार में कुछ अन्य लोगों के होने की जानकारी के बाद अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया है।
कानपुर देहात के लक्ष्मणपुर पिलख गांव निवासी कमलेश दुबे के पुत्र अमित दो भाइयों अतुल व अनुज संग विभूतिखंड लखनऊ में रहकर प्रॉपर्टी डीलिंग का कारोबार करते हैं। वह लखनऊ में आरएसएस के नगर कार्यवाह भी हैं। शनिवार रात वह मथुरा से गांव के लिए निकले थे। उन्होंने पिता को रात आठ बजे रास्ते में होने जबकि पत्नी मांडवी को 1:15 बजे शिकोहाबाद में होने की जानकारी दी थी। सुबह पिता ने कॉल की तो रिसीव नहीं हुई। रविवार सुबह औरैया दिबियापुर बाईपास स्थित लखन वाटिका के पास गाड़ी मिली।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने कार का शीशा तोड़कर फोरेंसिक टीम से जांच कराई तो पैंट-शर्ट के फटे टुकड़े, रुमाल, मोबाइल, चाभी और पर्स मिले। पर्स में एटीएम कार्ड के साथ कुछ कागज हैं। पुलिस को टोल से गाड़ी पुलिस का कार्ड दिखाकर बिना टैक्स दिए पास कराने की जानकारी मिली है। उन्होंने पिता और पत्नी को सुबह 4 बजे तक गांव आने की जानकारी दी थी लेकिन बाद में कॉल रिसीव नहीं हुई।
एसपी सुनीति ने बताया कि रात 12:07 बजे गाड़ी अनंतराम टोल प्लाजा से निकली है। उसमें कई लोग सवार दिख रहे हैं लेकिन चेहरे स्पष्ट नहीं हैं। अमित ने मथुरा से यहां तक पुलिस का आइकार्ड दिखाकर टोल टैक्स नहीं दिया है, वह कार्ड अयोध्या में तैनात एक पुलिसकर्मी का है और लखनऊ निवासी हैं। कार्ड अमित को कैसे मिला, इसकी जांच करा रहे हैं। अमित के नुकसान और कर्ज में होने की जानकारी मिली है, उस तथ्य पर भी जांच कराई जा रही है। फिलहाल अपहरण का मुकदमा दर्ज कर पुलिस की छह टीमें तलाश में लगी हैं।