Kanpur: बाबा ने 29 साल पहले उप जिलाधिकारी का फोड़ा था सिर, आश्रम में ही दफन हो गया बुजुर्ग के लापता होने का राज
बाबा संतोष सिंह भदौरिया पर किसी की पिटाई कराने और सिर फोड़ने का आरोप पहली बार नहीं लगा है। पहले भी बाबा पर आरोप लग चुके हैं। बाबा पर बलवा मारपीट समेत अन्य संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
जासं, कानपुर : बाबा संतोष सिंह भदौरिया पर किसी की पिटाई कराने और सिर फोड़ने का आरोप पहली बार नहीं लगा है। 29 साल पहले बाबा ने भाकियू जिलाध्यक्ष रहते हुए कचहरी में धरना प्रदर्शन किया था और जिलाधिकारी को बुलाने की मांग को लेकर उपजिलाधिकारी को बंधक बना लिया था।
मौके पर भाग निकला बाबा
अधिकारी छुड़ाने पहुंचे तो कार्यकर्ताओं ने लाठियां भांजनी शुरू कर दी। इसमें तत्कालीन उप जिलाधिकारी का भी सिर फट गया था। बाद में पुलिस और पीएसी के लाठीचार्ज करने पर बाबा मौके से भाग निकला। उस पर बलवा, मारपीट समेत अन्य संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
उप जिलाधिकारी को बनाया था बंधक
वर्ष 1994-95 में बाबा संतोष भदौरिया भाकियू का जिलाध्यक्ष था। इस दौरान उसने करीब 200 भाकियू कार्यकर्ताओं के साथ हाथ में लाठियां लेकर कचहरी में धरना प्रदर्शन किया था। किसानों की मूलभूत मांगों को पूरा करने के लिए बाबा तत्कालीन जिलाधिकारी दिनेश सिंह को ज्ञापन सौंपना चाहता था। जिलाधिकारी ने खुद न पहुंचकर तत्कालीन उप जिलाधिकारी छुटईराम यादव को वहां भेज दिया। उपजिलाधिकारी वहां पहुंचे तो बाबा ने उन्हें बंधक बना लिया।
उपजिलाधिकारी ने अन्य अधिकारियों संग विरोध किया तो बाबा ने उन्हें पीछे से दबोच लिया। कार्यकर्ताओं ने अन्य अधिकारियों के साथ हाथापाई और धक्कामुक्की के बाद लाठियों से हमला कर दिया। उपजिलाधिकारी छुटईराम समेत कई अधिकारी घायल हो गए थे।
आश्रम से बुजुर्ग के लापता होने का नहीं सुराग
डाक्टर की पिटाई के बाद अब बाबा संतोष भदौरिया की झारखंड देवघर से आए बुजुर्ग के आश्रम से लापता होने की घटना में बुजुर्ग का सुराग नहीं लग सका है। हवन पूजन के दौरान बुजुर्ग रहस्यमयी ढंग से लापता हो गए थे। दूसरे दिन बुजुर्ग के बेटे ने बाबा को घटना की जानकारी भी दी थी। इसके बाद भी बाबा ने आश्रम के सीसीटीवी फुटेज दिखवाने के बजाए घटना को हंसकर टाल दिया था।
सीसी फुटेज खंगाल रही पुलिस
बेटे ने पुलिस को भी जानकारी दी, लेकिन किसी ने गंभीरता नहीं दिखाई। अधिकारियों से शिकायत करने नौ फरवरी को पुलिस आश्रम के सीसी फुटेज खंगालने पहुंची। बाबा ने सीसी कैमरों के डीवीआर में 14 दिन के फुटेज सुरक्षित बता पुलिस को लौटा दिया था। इससे बुजुर्ग के लापता होने का रहस्य आश्रम में ही दफन होकर रह गया है। पुलिस बुजुर्ग की गुमशुदगी दर्ज कर तलाश करने का दावा कर रही है।
अचानक गायब हो गए मुरली
झारखंड के देवघर स्थित मारगोमुंडा कोल्हुआ गांव निवासी उमेश यादव बीती 25 जनवरी को स्वजन के साथ मानसिक रूप से बीमार छोटे भाई मुन्ना का उपचार कराने आए थे। बाबा के कहने पर वह स्वजन संग 27 जनवरी की रात हवन पूजन में बैठे थे। देर रात पूजन के दौरान उमेश के पिता मुरली अचानक हाल से गायब हो गए थे।
इसके बाद से आज तक उनका अता पता नहीं है। वहीं, थाना प्रभारी योगेश कुमार ने बताया कि गुमशुदगी दर्ज करने के बाद आसपास के थानों को भी जानकारी दी गई है। एक पुलिस टीम इस पर काम कर रही है।