लेट लतीफी : प्लास्टिक से बायो डीजल बनाने वाली कंपनी को नोटिस, नहीं शुरू हो पाया काम
कंपनी को एक फरवरी 2021 में काम करना था लेकिन कोरोना के चलते प्रोजेक्ट बढ़ा दिया गया। नगर निगम पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल के तहत प्लास्टिक से बायो डीजल बनाने का प्लांट लगाने जा रहा है ।
कानपुर : पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल के तहत प्लास्टिक से बायो डीजल बनाने का प्लांट लगाने में देरी होने पर नगर निगम ने कंपनी को नोटिस दिया है। भोपाल की कंपनी पवित्र इंडिया वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड का नगर निगम से अनुबंध हुआ है। कंपनी को एक फरवरी 2021 में काम करना था लेकिन कोरोना के चलते प्रोजेक्ट बढ़ा दिया गया। नवंबर तक काम पूरा होना था लेकिन कंपनी की ढिलाई के चलते अभी तक काम नहीं पूरा हो पाया है।
प्लास्टिक के निस्तारण के लिए नगर निगम शहर में अनोखी पहल कर रहा है। रोज कूड़े के साथ एकत्र होने वाली प्लास्टिक का अभी रिफ्यूज डिलॉइव फ्यूल (आरडीएफ) बनाकर बेचा जाता है। इसके साथ ही पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल के तहत प्लास्टिक से बायो डीजल बनाने का प्लांट लगाने जा रहा है। कंपनी को प्लास्टिक और स्थान नगर निगम देगा। इसके एवज में कंपनी प्रति लीटर डीजल में पांच फीसद दाम कम करके देगी।
रोज निकल रही दो सौ मीट्रिक टन प्लास्टिक
कूड़ा निस्तारण प्लांट में नगर निगम अभी रोज प्लास्टिक निकालकर आरडीएफ बनाकर सीमेंट कंपनी को बेचता है। इसके अलावा अब भोपाल की कंपनी को रोज पांच टन प्लास्टिक और प्लांट लगाने के लिए भाऊङ्क्षसह पनकी स्थित कूड़ा निस्तारण प्लांट में 25 सौ वर्ग मीटर जगह देगा। कंपनी रोज दो हजार लीटर बायो डीजल तैयार करेगा। यह डीजल की तरह ही होगा। इसका प्रयोग वाहन और जेनरेटर में होगा। इसकी कीमत जो मार्केट में डीजल की होगी वहीं होगी। फरवरी 2021 तक प्रोजेक्ट चालू होना था लेकिन अभी तक नहीं प्लांट लग पाया है।
लेट लतीफ प्रोजेक्ट से जुड़ी कंपनियों पर नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन अफसरों को कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इसके तहत नानाराव पार्क के सुंदरीकरण में हो रही देरी को लेकर पहले ही कंपनी को नोटिस दी जा चुकी है। 15 जनवरी तक काम पूरा करने का आदेश दिया है। इस बाबत मार्ग प्रकाश विभाग के मुख्य अभियंता आरके पाल ने बताया कि कंपनी को नोटिस दिया गया है और तेजी से कार्य पूरा कराने का आदेश दिया हैं।