Kanpur News: रिंग रोड पर जितना चलेंगे वाहन, उतना ही कटेगा टोल टैक्स; प्रवेश-निकास के लिए बनाए 13 प्वाइंट
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) रिंग रोड को धरातल पर उतराने के लिए तेजी से कार्य कर रहा है। पैकेज-फोर में मंधना से सचेंडी और पैकेज एक में सचेंडी से रमईपुर तक के हिस्से के निर्माण के लिए इसे ठेकेदार को सौंपा जा चुका है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। रिंग रोड पर वाहन जितने किलोमीटर चलेगा, उतनी दूरी का ही टोल टैक्स चुकाना होगा। इसके लिए 93.200 किलोमीटर लंबी रिंग रोड पर प्रवेश और निकास के सिर्फ 13 प्वाइंट बनाए जाएंगे, जो कानपुर नगर, देहात और उन्नाव जिले में होंगे। सभी जगहों पर वाहनों पर लगे फास्ट टैग को स्कैन करने के लिए अत्याधुनिक सेंसर लगाए जाएंगे।
वाहन निकलते ही दूरी के हिसाब से फास्ट टैग से टोल टैक्स कट जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) रिंग रोड को धरातल पर उतराने के लिए तेजी से कार्य कर रहा है। पैकेज-फोर में मंधना से सचेंडी और पैकेज एक में सचेंडी से रमईपुर तक के हिस्से के निर्माण के लिए इसे ठेकेदार को सौंपा जा चुका है। इस हिस्से का कब्जा लेने के बाद ठेकेदार ने भूमि का सीमांकन करके समतलीकरण भी शुरू कर दिया है।
वहीं, पैकेज दो में रमईपुर से महाराजपुर और पैकेज तीन में उन्नाव के मंधना तक के निर्माण की टेंडर प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है। वहीं, एनएचएआइ ने एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर रिंग रोड पर टोल वसूली का बंदोबस्त करना शुरू कर दिया है। इसके लिए रिंग रोड के हर प्रवेश व निकास द्वार पर अत्याधुनिक टोल प्लाजा बनाए जाएंगे। यहां फास्ट टैग स्कैन करने के लिए हाइटेक सेंसर लगे होंगे जो वाहन के निकलने ही सक्रिय हो जाएंगे।
वाहन चालक जहां से निकलेंगे, वहां से स्कैन करते ही दूरी के हिसाब से टोल कट जाएगा। यहां बनाए जाएंगे प्रवेश व निकास स्थल लखनऊ एक्सप्रेस-वे, अलीगढ़ के लिए जीटी रोड पर, बिठूर, सचेंडी, इटावा, कानपुर-सागर हाईवे पर घाटमपुर, रमईपुर में डिफेंस कारिडोर, प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे, प्रयागराज, एयरपोर्ट, उन्नाव और लखनऊ आने-जाने वाले राहगीरों के लिए प्रवेश व निकास स्थल बनाए जाएंगे।
कानपुर रिंग रोड पर सीमित प्रवेश की व्यवस्था होगी, इसलिए इसे सभी प्रमुख मार्गों से जोड़ा जाएगा, जिससे यातायात सुगम हो सके। बाहरी और भारी वाहन बिना शहर जाए बाहर से ही निकल जाएं, इसलिए जीटी रोड, लखनऊ एक्सप्रेस-वे, इटावा हाईवे, कानपुर-सागर हाईवे और एयरपोर्ट समेत 13 प्वाइंट बनाए जाएंगे। इसमें वाहन जितनी दूरी तय करेंगे, उनसे उतना ही टोल लिया जाएगा। (प्रशांत दुबे, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ)।