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सूरत में रात के कर्फ्यू से संकट में कानपुर का बाजार, सांसत में कारोबारी

गुजरात के सूरत से प्रतिदिन 50 करोड़ रुपये की साडिय़ां कानपुर आती हैं। कोरोना संक्रमण के कारण वहां पर रात में कर्फ्यू लगने से माल नहीं आ पा रहा है क्योंकि रात में ही माल ट्रांसपोर्ट में जाता है जो नहीं जा पा रहा है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 06:40 AM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 06:40 AM (IST)
सूरत में रात के कर्फ्यू से संकट में कानपुर का बाजार, सांसत में कारोबारी
कानपुर के बाजार में साड़ियों की आवक कम हो गई है।

कानपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के चलते सूरत में रात का कर्फ्यू लगने से कानपुर का सहालग बाजार संकट में आ गया है। सूरत से प्रतिदिन 50 करोड़ रुपये की साडिय़ां यहां आती हैं। माल की पैकिंग, ट्रांसपोर्ट के लिए भेजने और ट्रकों पर लादने का काम रात में ही होता है, इसी वक्त कफ्र्यू ने शहर के व्यापारियों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है।

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सहालग में कपड़ों की जबरदस्त बिक्री से स्थानीय कारोबारियों के पास वैरायटी की कमी हो गई है। ऐसे मौके पर जब बिक्री की रफ्तार काफी तेज हो गई थी, सूरत में रात के कर्फ्यू से कारोबारी परेशान हैं। उन्हें आशंका है कि समय पर अब माल आना मुश्किल होगा, क्योंकि दिन में ही कारोबार और ट्रांसपोर्ट पर माल भेजने से काम की रफ्तार धीमी हो जाएगी।

कानपुर के कपड़ा कारोबारियों के सहालग और नई डिजाइन की साडिय़ों के ऑर्डर सूरत में पड़े हैं। सूरत में रात नौ बजे से सुबह छह बजे के बीच कर्फ्यू लगने से माल न रात में ट्रांसपोर्ट में भेजा जा सकता है, न लादकर वहां से रवाना हो सकता है।

कारोबारियों ने कही ये बात

  • दीपावली के बाद बहुत तेजी से साडिय़ों की बिक्री हुई। जितनी उम्मीद लगाकर कारोबारियों ने माल भरा था, उससे भी पांच गुना ज्यादा बिका। तमाम वैरायटी खत्म हो चुकी हैं। - शेष नारायण त्रिवेदी, साड़ी कारोबारी, नौघड़ा।
  • लगातार सूरत के कारोबारियों से संपर्क में हैं कि किसी तरह समय से माल आ जाए। सहालग बहुत कम दिनों की है, इसलिए माल जल्दी आ जाएगा, तभी उसका लाभ होगा। - विजय अग्रवाल, साड़ी कारोबारी, नौघड़ा।
  • काफी समय बाद साडिय़ों की अच्छी बिक्री हो रही है। इसलिए सभी कारोबारी और माल मंगा रहे हैं। ऐसे मौके पर सूरत में रात का कफ्र्यू लगना काफी मुश्किल वाला मामला है। -संदीप गुप्ता, साड़ी कारोबारी, जनरलगंज।
  • बाजार में फोटो ङ्क्षप्रट साडिय़ों की कमी आ गई है। शादियों में गिफ्ट देने को इन साडिय़ों की सबसे ज्यादा खरीदारी होती है। इस मौके पर कोई वैरायटी कम नहीं होनी चाहिए। -अमित दोसर, साड़ी कारोबारी, जनरलगंज।

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