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Finish Leather के निर्यात से चर्म उद्योग को मिलेगी रफ्तार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में पांव जमाने के लिए बनाया रास्ता

ऑनलाइन प्रदर्शनी के बाद रूस इटली अमेरिका व खाड़ी देशों से मिल रहे ऑर्डर। 50 से अधिक निर्यातक अपने माल को विदेशी बाजार में उतारने के लिए तैयारी कर रहे हैं क्योंकि सोफे कार फर्नीचर के लिए फिनिश लेदर शहर से ही वहां जाता है।

By ShaswatgEdited By: Published: Wed, 09 Dec 2020 07:29 AM (IST)Updated: Wed, 09 Dec 2020 07:29 AM (IST)
Finish Leather के निर्यात से चर्म उद्योग को मिलेगी रफ्तार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में पांव जमाने के लिए बनाया रास्ता
यूरोपीय देशों के साथ ही ऑस्ट्रेलिया व अमेरिका से मिलने लगे ऑर्डर।

कानपुर, जेएनएन। नौ माह बाद शहर के चर्म उद्योग ने फिर अंतरराष्ट्रीय बाजार में पांव जमाने के लिए रास्ता बना लिया है। ऑनलाइन प्रदर्शनी के सिलसिले के दो माह बाद उद्यमियों को रूस, इटली, अमेरिका व खाड़ी देशों से आर्डर मिलने लगे हैं। कच्चा माल निकालने के साथ उसे फिनिश लेदर बनाकर बाजार में उतारने की तैयारियां उद्यमियों ने तेज कर दी हैं। लॉकडाउन सेपहले मिल चुके ऑर्डर पूरा करना भी उनकी प्राथमिकता में शामिल है।

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नए साल की शुरुआत में करीब दो हजार करोड़ रुपये के ऑर्डर मिलने की संभावना है। चर्म निर्यात परिषद से जुड़ीं 800 इकाइयों में उत्पादन की रफ्तार तेज हो गई है। 50 से अधिक निर्यातक अपने माल को विदेशी बाजार में उतारने के लिए तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि सोफे, कार, फर्नीचर के लिए फिनिश लेदर शहर से ही वहां जाता है। सेफ्टी शूज के लिए भी फिनिश लेदर रूस, इटली व चीन में निर्यात होता है। 

बेल्ट व पर्स का निर्यात 40 फीसद बढ़ा

चर्म उद्यमी यादवेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि बेल्ट व पर्स का काम अनलॉक के बाद 10 फीसद पर ही चल रहा था। तीन महीने में बढ़कर वह 50 फीसद पहुंच गया है। यूरोपीय देशों के साथ ही ऑस्ट्रेलिया व अमेरिका से ऑर्डर मिलने लगे हैं। घरेलू बिजनेस में भी इजाफा हुआ है। 

विदेश में मांग बढ़ी, लेकिन लॉकडाउन इफेक्ट भी

चर्म उद्यमी रफत कयूम के मुताबिक, फिनिश लेदर व सेडलरी (घोड़े की जीन) की मांग विदेश में बढ़ी है। आर्डर के मुताबिक माल तैयार कर रहे हैं, लेकिन वहां पर लॉकडाउन का भी इफेक्ट है। कुछ देशों में कोरोना वायरस के कारण इमरजेंसी लगी होने के कारण अभी माल सप्लाई में दिक्कतें हैं। 

नहीं मिल रहे कंटेनर 

ऑनवर्ड शिङ्क्षपग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में एमडी मो. शाहब खान ने बताया कि शहर के चर्म उद्यमियों के पास ऑर्डर बहुत हैं। आयात न होने से कंटेनर नहीं मिल रहे हैं, क्योंकि वहां से आने वाले खाली कंटेनर के जरिए ही यहां से माल भेजा जाता है। जहाज कम आने से स्पेस बुङ्क्षकग नहीं हो पा रही है। 

फर्नीचर व कार सीट कवर का बना बाजार

चर्म निर्यात परिषद के रीजनल चेयरमैन जावेद इकबाल ने बताया कि फर्नीचर व कार सीट कवर के लिए शहर से अपॉस्ट्री लेदर (एक प्रकार का फिनिश लेदर) का निर्यात बढ़ा है। अप्रैल से अक्टूबर तक करीब 2900 मिलियन यूएस डॉलर कीमत के माल का निर्यात हुआ है। इसमें सेडलरी, पर्स, बेल्ट, फिनिश लेदर शामिल है।


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