गौरवशाली कानपुर को भी अपनी आइपीएल टीम का इंतजार, जानिए ग्रीनपार्क का स्वर्णिम इतिहास
फटाफट क्रिकेट फार्मेट इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल की नई टीम के मामले में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने प्रदेश में क्रिकेट के गढ़ के रूप में पहचाने जाने वाले कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम को पीछे छोड़ दिया।
कानपुर, (अंकुश शुक्ल)। फटाफट क्रिकेट फार्मेट इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल की नई टीम के मामले में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने प्रदेश में क्रिकेट के गढ़ के रूप में पहचाने जाने वाले कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम को पीछे छोड़ दिया। पिछले दिनों आइपीएल में दो नई टीमों ने पर्दापण किया है। जिसमें लखनऊ व दूसरी अहमदाबाद की टीमें हैं। कोलकाता के दिग्गज उद्योगपति संजीव गोयनका ने 7,090 करोड़ रुपये की बोली लगाकर लखनऊ की टीम को खरीदा। भले ही खरीददारों की दौड़ में शहर का कोई बड़ा नाम नहीं शामिल रहा हो परंतु यहां का क्रिकेट का इतिहास देशभर में चर्चित है। शहर के ग्रीनपार्क स्टेडियम में दर्जनों अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के साथ वर्ष 2017-18 में चार आइपीएल मैचों का सफलतापूर्वक आयोजन भी हो चुका है। जिसकी तुलना में लखनऊ के इकाना का क्रिकेट इतिहास नहीं टिकता है। इस लिहाज से उप्र की ओर से आइपीएल टीम के नामकरण के लिए शहर का नाम सर्वोपरि होना चाहिए।
खूबसूरती के मामले में ग्रीनपार्क अव्वल, पांच टेस्ट सेंटरों में शुमार: विश्व के कई क्रिकेटर ग्रीनपार्क की सुंदरता के कसीदे पढ़ चुके हैं गंगा का किनारा और हरा-भरा खूबसूरत नजारा ग्रीनपार्क स्टेडियम विशिष्ट पहचान है। 76 वें पड़ाव में कदम रखने वाले स्टेडियम क्रिकेट के हर फार्मेट को संजीवनी देने के लिए पहचाना जाता है। कई विश्व रिकार्ड सहेजे इस मैदान की हरियाली में क्रिकेट के कई ऐसे दिग्गज खिलाड़ी तैयार हुए जिन्होंने क्रिकेट जगत में पहचान हासिल की। ब्रिटिश हुकूमत के दौरान साल 1945 में बने ग्रीनपार्क स्टेडियम का नाम मैडम ग्रीन के नाम पड़ा जो यहां पर घुड़सवारी करने आती थीं। कानपुर में जेके समूह ने क्रिकेट के लिए संजीवनी दी। शहर में क्रिकेट की नींव रखने वाले इस घराने ने 14 जनवरी 1952 में भारत व इंग्लैंड के बीच प्रथम अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच का आयोजन गारंटी मनी देकर ही कराया था। देश के प्रमुख पांच टेस्ट सेंटरों में ग्रीनपार्क का नाम शुमार है। यूपीसीए के पदाधिकारियों के मुताबिक ग्रीनपार्क दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई के साथ देश के पांच टेस्ट सेंटरों में शुमार है।
दिग्गज क्रिकेटरों के बीच छाए रहे शहर के खिलाड़ी: वर्ष 1980 में जब भारत की टीम में दिग्गज खिलाड़ियों की कतार लगी हुई थी उस दौर में शहर के गोपाल शर्मा ने अपनी फिरकी से सबका ध्यान आकर्षित किया। उस दौर में महान गेंदबाजों के साथ भारतीय टीम का हिस्सा बने आफ ब्रेकर गेंदबाज ने शहर के क्रिकेट को भविष्य को ऐसी राह दिखाई। जो आज भी निरंतर जारी है। उसके बाद वर्ष 1983 में भारतीय टीम का हिस्सा बने शशिकांत खांडेकर ने वर्ष 1996 में रेलवे के खिलाफ 261 रनों की नाबाद पारी खेलकर खूब ख्याति हासिल की। उसके बाद पूर्व रणजी खिलाड़ी राहुल सप्रू 17 वर्ष की उम्र में रणजी खेले। राहुल करीब 100 से ज्यादा प्रथम श्रेणी मुकाबलों में बेहतर प्रदर्शन कर खुद को साबित कर चुके बल्लेबाज ने 1999 में विदर्भ के खिलाफ दोहरा शतक जमाकर देशभर में शहर का नाम रोशन किया। जबकि इस श्रेणी में लखनऊ का कोई बड़ा नाम शामिल नहीं रहा।
ग्रीनपार्क में खेले ये धुरंधर: ग्रीनपार्क स्टेडियम में लाला अमरनाथ, सुरेंदर अमरनाथ, रवि शास्त्री, सुभाष गुप्ते, जसुभाई पटेल, सुनील गावस्कर, गुंडप्पा विश्वनाथ, कपिलदेव, अनिल कुंबले व मोहम्मद अजहरुद्दीन, सुरेश रैना, ज्ञानेंद्र पांडेय, आरपी सिंह सीनियर व जूनियर खेल चुके हैं। भारतीय टीम को पहला चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव के रूप में शहर से ही मिला। जो विश्वकप खेलने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं।
ग्रीनपार्क में इन टीमों को मात दे चुकी टीम इंडिया: टीम इंडिया ने वर्ष 1959 में 119 रन से आस्ट्रेलिया को हराकर पहली टेस्ट जीत हासिल की थी। उसके बाद 1979 में आस्ट्रेलिया को 153 रन से, 1996 में साउथ अफ्रीका को 280 रन से, 1999 में न्यूजीलैंड को आठ विकेट से, 2008 में साउथ अफ्रीका को आठ विकेट से, 2009 में श्रीलंका को 144 रन और वर्ष 2016 में न्यूजीलैंड को 197 रनों से मात दे चुकी है। दस एकदिवसीय मुकाबलों में भी टीम को जीत इसी मैदान में मिली है।
ग्रीनपार्क में 22 टेस्ट, 14 एकदिवसीय और चार आइपीएल मुकाबलों का हो चुका आयोजन, चार आइपीएल मैच और एक टी-20 मुकाबले में शहर की शान बन चुका ग्रीनपार्क स्टेडियम
महिला क्रिकेट ने भी हासिल किया मुकाम
शहर से क्रिकेट के शीर्ष पर जाने वाली महिला क्रिकेटरों में विकेटकीपर बल्लेबाज रीता डे और नीतू डेविड का नाम शुमार है। दाएं हाथ की विकेटकीपर बल्लेबाज रीता डे ने 1984 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला टेस्ट व एकदिवसीय मैच खेला था। वहीं, विश्व में भारतीय क्रिकेट को चमकाने वाली नीतू डेविड देश की प्रमुख क्रिकेटर के रूप में पहचानी जाती हैं। लेफ्ट आर्म स्पिन गेंदबाज नीतू डेविड ने वर्ष 1995 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना टेस्ट व एकदिवसीय डेब्यू किया था। नीतू डेविड का टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ आठ विकेट व वनडे में पांच विकेट का रिकार्ड महिला क्रिकेट इतिहास में दर्ज हो गया।
ये है ग्रीनपार्क स्टेडियम का स्वर्णिम इतिहास: ग्रीनपार्क में भारत को टेस्ट मैच की पहली जीत दिसंबर 1959 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली थी। पहला डे-नाइट मुकाबला 29 अक्टूबर-2017 को खेला गया था। ऐतिहासिक मैदान भारत के 500 वें टेस्ट मैच का गवाह भी रह चुका है। 22 सितंबर 2016 को हुए भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुए 500 वें टेस्ट का आयोजन ग्रीनपार्क में किया गया था।
सबसे ज्यादा क्रिकेट प्रेमी शहर के माने जाते हैं
एक अनुमान के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय, घरेलू व आइपीएल मुकाबलों को देखने के लिए सबसे ज्यादा दर्शक स्टेडियम में पहुंचते हैं। जनसंख्या के लिहाज से उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा राज्य है और कानपुर सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला शहर है। यहां का क्रिकेट इतिहास काफी पुराना है। जिस आधार पर शहर के नाम से आइपीएल टीम का होना गौरव का विषय होता। हालांकि उप्र के लखनऊ व कानपुर में दो अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम हैं जो फ्रेंचाइजी के लिए मुकाबलों की पसंद बन सकते हैं।
बोले दिग्गज: कानपुर की पाठशाला से कई क्रिकेटर निकले जिन्होंने अच्छे स्तर पर भी पहचान हासिल की। उप्र के किसी शहर के नाम से आइपीएल में टीम का आना खेल प्रेमियों के लिए खुशी की बात है। परंतु शहर का नाम होता तो ऐतिहासिक स्टेडियम वाले शहर का गौरव और बढ़ जाता। शशिकांत खांडेकर, पूर्व क्रिकेटर
-शहर के नाम से आइपीएल की टीम होनी चाहिए। कानपुर का क्रिकेट इतिहास पुराना रहा है। इसको प्राथमिकता मिलनी चाहिए। परंतु दर्शक क्षमता व अन्य सुविधाओं के मामले में लखनऊ का इकाना हम पर भारी है। टीम का नाम असल में खरीददारों की पसंद पर निर्भर रहता है। वैसे टीम का नाम उप्र होना चाहिए या फिर कानपुर को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। गोपाल शर्मा, पूर्व भारतीय क्रिकेटर
ग्रीनपार्क में क्रिकेटरों की उपलब्धियां:-
- ग्रीनपार्क में कुल 32 क्रिकेटर शतक लग चुके हैं। जिसमें 19 भारतीय क्रिकेटर हैं।
- स्टेडियम में सर्वाधिक 25 विकेट लेने का रिकार्ड कप्तान कपिल देव के नाम दर्ज है।
- यहां खेले गए तीन मैचों में पूर्व भारतीय कप्तान व स्पिनर अनिल कुंबले ने 21 विकेट झटक चुके हैं।
- वर्ष 1986 में इस मैदान में पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजरुद्दीन ने श्रीलंका के खिलाफ 199 रनों की पारी खेली थी। जो सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी के रूप में चर्चित है।
- वर्ष 1993-94 में हीरो कप के उद्घाटन मैच भारत-श्रीलंका के बीच मुकाबला हुआ था।
- 1994-95 में इसी मैदान पर विल्स विश्व सीरीज भारत बनाम वेस्टइंडीज हुई थी।
- वर्ष 2000 में तत्कालीन भारतीय कप्तान और वर्तमान में बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली ने जिम्बाब्बे के खिलाफ पांच विकेट लिए थे।
- अक्टूबर-2017 में यहां भारत ने न्यूजीलैंड के विरुद्ध सर्वाधिक स्कोर 337/7 बनाया था।
- रोहित शर्मा एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं जो ग्रीनपार्क में बतौर बल्लेबाज दो शतक लगा चुके हैं।
- इस स्टेडियम में आईपीएल के चार मुकाबलों का आयोजन किया जा चुका है।
ग्रीनपार्क की खूबियां
- 32 हजार दर्शकों की क्षमता वाला स्टेडियम
- चार प्लेयर पवेलियन वाला इकलौता टेस्ट सेंटर
- टेस्ट, वनडे, टी-20, आइपीएल के साथ रणजी मुकाबले खेले जाते है।
- अंतररष्ट्रीय मानक का न्यू प्लेयर पवेलियन तैयार हुआ है।
ग्रीनपार्क में खेले गए मैच
- टेस्ट मैच - 22
- वनडे मैच -14
- आइपीएल -04
- वर्ष 2017 में टी-20 का मुकाबला भारत बनाम इग्लैंड से हुआ था।