कानपुर में हिस्ट्रीशीटर को पकडऩे गई पुलिस पर पथराव, किसी तरह से बचकर भागे जवान
पत्थर चलते ही दारोगा और सिपाही वापस भागे और गली के बाहर आकर राहत की सांस ली। गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं आई।उन्होंने बेकनगंज थाना प्रभारी को जानकारी दी। तब बेकनगंज व कर्नलगंज थाने का फोर्स मौके पर पहुंचा।
कानपुर, जेएनएन। कर्नलगंज पुलिस को सूचना दिए बिना ही गम्मू खां का हाता में हिस्ट्रीशीटर व टॉप 10 अपराधी को पकडऩे गए बेकनगंज थाने के दारोगा व सिपाहियों से शनिवार देर शाम आरोपित के साथी व मोहल्ले के लोग भिड़ गए। महिलाओं ने कपड़े फाड़कर हंगामा किया और छतों पर मौजूद अराजक तत्वों ने पथराव कर दिया। इस पर टीम को जान बचाकर उल्टे पांव लौटना पड़ा। सूचना पर कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा, लेकिन तब तक हिस्ट्रीशीटर अपने भाइयों के साथ फरार हो चुका था। अब आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक गम्मू खां का हाता निवासी रेहान उर्फ गुड्डू शातिर हिस्ट्रीशीटर व टॉप 10 मोबाइल चोर है। उसके भाई भी हिस्ट्रीशीटर हैं। रेहान इन दिनों शुक्लागंज में रहता है। उसके दो भाई रजाकत, शराफत गम्मू खां का हाता में, जबकि दो अन्य भाई बजरिया थानाक्षेत्र में रह रहे हैं। मोबाइल चोरी व लूट के मामले में बेकनगंज थाने के दारोगा मो. नईम शनिवार देर शाम दो सिपाहियों सलमान व मुश्ताक के साथ रजाकत को पकडऩे के लिए हाते में पहुंचे। उन्हेंं यह भी सूचना मिली थी कि रेहान भी भाइयों से मिलने आया है। जैसे ही पुलिस टीम के आने की जानकारी आरोपित के घरवालों को हुई तो दर्जनों महिलाएं डंडे लेकर निकल आईं और पुलिस से भिडऩे लगीं। कुछ महिलाओं ने दबाव बनाने के लिए अपने कपड़े फाड़कर पुलिस टीम पर ही आरोप लगाने शुरू कर दिए। इसके बाद अचानक छतों से कुछ युवकों ने पत्थर चला दिए। पत्थर चलते ही दारोगा और सिपाही वापस भागे और गली के बाहर आकर राहत की सांस ली। गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं आई।उन्होंने बेकनगंज थाना प्रभारी को जानकारी दी। तब बेकनगंज व कर्नलगंज थाने का फोर्स मौके पर पहुंचा। हालांकि इस बीच रजाकत व उसके भाई फरार हो चुके थे। कर्नलगंज सीओ दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि दारोगा की तहरीर पर आरोपितों के खिलाफ बलवा, सरकारी कार्य में बाधा डालने, मारपीट करने आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बिकरू कांड से भी नहीं लिया सबक
दारोगा और सिपाहियों ने बिकरू कांड से भी सबक नहीं लिया। उन्होंने दबिश के संबंध में पहले से उच्चाधिकारियों को कोई सूचना नहीं दी थी। यही नहीं, जिस कर्नलगंज थानाक्षेत्र में दबिश देने पहुंचे, वहां की पुलिस को भी जानकारी नहीं दी गई थी। अगर कर्नलगंज पुलिस को बताते तो यह घटना नहीं होती और अपराधी घेराबंदी करके पकड़े जा सकते थे।