घरवालों को मंदिर भेजा... ट्रेन के आगे कूदकर एल्युमिनियम फैब्रीकेटिंग कारोबारी के बेटे ने दी जान
कानपुर के नजीराबाद में एक एल्युमीनियम फैब्रीकेटिंग कारोबारी के बेटे ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने पहले परिवार को मंदिर भेजा था। पिता को बेटे की मौत की सूचना मंदिर में ही मिली। आत्महत्या का कारण अज्ञात है, जिससे परिवार सदमे में है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। नजीराबाद थानाक्षेत्र में शुक्रवार दोपहर फैब्रीकेटिंग कारोबारी के बेटे ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से पहले कारोबारी के बेटे ने पूरे परिवार को घाटमपुर स्थित कूष्मांडा देवी मंदिर दर्शन करने के लिए भेजा था। पिता मंदिर के बाहर प्रसाद खरीद रहे थे, तभी बेटे की मौत की जानकारी मिली। बड़े बेटे ने ऐसा कदम क्यों उठाया स्वजन स्तब्ध है वह आत्महत्या का कारण नहीं बता सके।
जवाहर नगर निवासी राजाशंकर दुबे की 80 फीट रोड पर एल्युमिनियम फैब्रीकेटिंग की दुकान है। जिसमें उनके साथ उनका 30 वर्षीय बड़ा बेटा विपिन भी साथ बैठता था। परिवार में पत्नी प्रमिला और छोटा बेटा सचिन है।
उन्होंने बताया कि विपिन की शादी सात साल पहले यशोदा नगर निवासी पूजा से शादी हुई थी। दोनों के दो बच्चे नव्या अक्षत है सोमवार को अक्षत का धूमधाम से मुंडन संस्कार हुआ था।
राजाशंकर ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे वह दुकान पहुंचे तो विपिन ने उनसे घाटमपुर स्थित कूष्मांडा देवी दर्शन करने जाने को कहा। जिस पर वह पत्नी प्रमिला, छोटे बेटे सचिन के साथ दर्शन करने चले गए थे। इसके बाद विपिन दुकान से पैदल गुमटी रेलवे क्रासिंग के पास पहुंचा और ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।
नजीराबाद पुलिस मौके पर पहुंची तो विपिन का शव गुमटी और कोका कोला क्रासिंग के बीच में पड़ा हुआ था। पिता ने बताया कि वह मंदिर के बाहर प्रसाद खरीद रहे थे, तभी बेटे की मौत की जानकारी मिली। बड़े बेटे के मौत की खबर सुनकर स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। नजीराबाद थाना प्रभारी राजकेसर ने बताया कि आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है स्वजन भी इसकी वजह नहीं बता सके।

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