Move to Jagran APP

60 हजार करोड़ की ठगी में 300 बैंक खातों का ब्योरा जुटा रही ईओडब्ल्यू, आसिफ से सहयोगियों तक पहुंचने की तैयारी

शाइन सिटी इंंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के मामले में आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा जांच कर रही है। कंपनी के निदेशक के भाई की प्रयागराज में गिरफ्तारी के बाद सहयोगियों का पता लगाने का भी प्रयास किया जा रहा है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 02 Nov 2021 11:55 AM (IST)Updated: Tue, 02 Nov 2021 11:55 AM (IST)
60 हजार करोड़ की ठगी में 300 बैंक खातों का ब्योरा जुटा रही ईओडब्ल्यू, आसिफ से सहयोगियों तक पहुंचने की तैयारी
ईओडब्ल्यू कर रही ठगी के मामले की जांच।

कानपुर, जागरण संवाददाता। 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक की ठगी के मामले में शाइन सिटी इंंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक के भाई आसिफ नसीम की गिरफ्तारी के साथ ही जांच कर रही आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) टीम करीब 300 बैंक खातों का ब्योरा जुटा रही है। इसके साथ ही आसिफ के सहारे सहयोगियों तक पहुंचने के प्रयास में ईओडब्ल्यू जुट गई है।

loksabha election banner

शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट कंपनी के मालिकों व अधिकारियों के खिलाफ रीयल एस्टेट में निवेश का झांसा देकर अरबों रुपये की ठगी का मुकदमा दर्ज है। इसमें 285 खाते उन निवेशकों के हैं, जिन्होंने प्रयागराज के सिविल लाइंस थाने में शिकायतें की थीं। साथ ही 15 खाते आरोपितों के हैं, जिसमें रकम जमा कराई गई थी। इससे पूर्व टीम आरोपितों की करीब 500 करोड़ रुपये की संपत्तियां चिह्नित कर चुकी है।

प्रयागराज के दो भाइयों ने बनाई थी कंपनी

प्रयागराज के करेली के जीटीबी नगर निवासी राशिद नसीम व उसके भाई आसिफ नसीम ने वर्ष 2013 में लखनऊ में शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी बनाई थी। देश भर में लोगों को आशियाना देने का ख्वाब दिखाकर अरबों रुपये जमा कराए थे। तीन वर्ष पूर्व आरोपित राशिद दुबई चला गया था। इसके बाद निवेशकों की रकम फंसी तो उन्होंने मुकदमे लिखवाने शुरू किए थे। प्रयागराज में जार्ज टाउन नई बस्ती निवासी प्रकाशचंद्र तिवारी की ओर से वहां के सिविल लाइंस थाने में दर्ज मुकदमे की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) कानपुर यूनिट कर रही है।

आसिफ से साहयोगियों तक पहुंचने की तैयारी

ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने बताया कि आरोपित कंपनी मालिक आसिफ नसीम के पकड़े जाने के बाद अब उसके बाकी सहयोगियों का पता लगने की उम्मीद है। आसिफ के साथ ही मुख्य आरोपित राशिद व अन्य सहयोगियों की संपत्तियां कई शहरों में हैं। उनके दस्तावेज जुटाए जा रहे हैं। एक टीम प्रयागराज में है। वहां मुकदमे के वादी व अन्य पीडि़तों व आरोपितों के बैंक खातों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। इसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

पांच हजार से ज्यादा मुकदमे

आसिफ के खिलाफ देशभर में पांच हजार से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं, इसमें लखनऊ में अकेले पांच सौ मामले हैं। शाइन सिटी कंपनी में आसिफ 49 फीसद का पार्टनर था, जबकि उसका भाई राशिद 51 फीसद का मालिक है। राशिद की पत्नी, कंपनी के निदेशकों समेत कुल 47 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 82 आरोपितों के खिलाफ कुर्की का आदेश भी हो चुका है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.