कानपुर कमिश्नरेट पुलिस में व्यापक बदलाव, क्राइम ब्रांच का पुनर्गठन और अब हर जोन में बनेगी एसओजी
कानपुर कमिश्नरेट की पुलिसिंग में व्यापक रूप से फेरबदल किया जा रहा है अब तीनों जोन को मजबूत करने की कवायद शुरू की गई है। प्रदेश देश व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने के लिए क्राइम ब्रांच में नई टीम का गठन होगा।
कानपुर, जागरण संवाददाता। कमिश्नरेट गठन के डेढ़ साल बाद पुलिसिंग को मजबूत करने के लिए व्यवस्था में फेरबदल किया गया है। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने क्राइम ब्रांच का पुनर्गठन किया है। अपराध पर काम करने वाली टीम को तीनों जोन में स्थानांतरित कर दिया गया है ।जिसे स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) के नाम से जाना जाएगा। वहीं प्रदेश, देश व अंतरराष्ट्रीय स्तर के अपराध पर काम करने के लिए क्राइम ब्रांच में जल्द ही एक नई विशेषज्ञों की टीम का गठन होगा।
संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि क्राइम ब्रांच में व्यापक फेरबदल किया गया है । क्राइम ब्रांच में अब तक अपराध पर काम करने वाली टीम जनपद स्तर पर ही प्रभावी थी। जो टीम क्राइम ब्रांच में काम कर रही थी। पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी जोन में भेज दिया गया है। तीनों जोन के डीसीपी को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने यहां स्पेशल आपरेशन ग्रुप यानी एसओजी का गठन करें।
यह टीम उस जोन में होने वाले अपराध रोकने व अपराधियों की धरपकड़ का काम करेगी। मुख्यालय स्तर से अभी जोन में एसओजी गठन के लिए छह-छह पुलिसकर्मी दिए गए हैं। लगभग एक दर्जन पुलिसकर्मियों की एसओजी रहेगी बाकी पुलिसकर्मियों की नियुक्ति जोन स्तर से की जाएगी।
संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि इसके अलावा क्राइम ब्रांच में एक नई टीम का गठन होगा जिसमें केवल और केवल विशेषज्ञ पुलिसकर्मियों को रखा जाएगा। यह पुलिसकर्मी जनपद स्तरीय अपराध नियंत्रण व अपराधियों को पकड़ने में रुचि नहीं लेंगे बल्कि इनका काम अंतरराष्ट्रीय ,राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय अपराध रोकने और अपराधियों को पकड़ना होगा। जल्द ही इस टीम का गठन कर दिया जाएगा।
क्राइम ब्रांच से जुड़े विवादित मामले
- सब इंस्पेक्टर आसिफ की अपराधी के साथ हुक्का पीते फोटो वायरल हुई
- ग्वालटोली में चोरी का लोहा बेचने के मामले में क्राइम ब्रांच पर सवाल खड़े हुए
- क्राइम ब्रांच के सिपाही बंधन कटियार पर बेगुनाह को पकड़कर ड्रग्स में फर्जी बंद करने का आरोप
- नशे में एक्सीडेंट करने वाले दारोगा प्रदीप कुमार का मामला भी काफी चर्चाओं में रहा
- क्राइम ब्रांच के सिपाही ने प्रधानमंत्री के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की जिसके बाद सिपाही अरविंद सिंह को निलंबित किया गया
क्राइम ब्रांच पर लंबे समय से उठ रहे सवाल
कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच पर लंबे समय से सवाल खड़े हो रहे हैं। क्राइम ब्रांच के कई पुलिसकर्मी पिछले दिनों विवादों में आए जिसके बाद उन्हें निलंबित भी करना पड़ा। क्राइम ब्रांच अनुशासनहीनता व अन्य आरोप भी समय-समय पर लगते रहे हैं। इसे देखते हुए पिछले दिनों एडिशनल डीसीपी अपराध ने 7 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया था। अब बाकी बची टीम को जून में स्थानांतरित करके एक तरह से उन्हें क्राइम ब्रांच से बाहर कर दिया गया है।