Move to Jagran APP

इलेक्ट्रॉनिक कार्गो ट्रैकिंग सिस्टम वाला देश का दूसरा शहर बना कानपुर

कानपुर देश में इलेक्ट्रॉनिक कार्गो ट्रैकिंग सिस्टम की सुविधा वाला दूसरा शहर बन गया है। पनकी स्थित कंटेनर डिपो से नेपाल जा रहे कंटेनर को हरी झंडी दिखाई गई।

By Nawal MishraEdited By: Published: Mon, 25 Jun 2018 06:50 PM (IST)Updated: Tue, 26 Jun 2018 12:50 AM (IST)
इलेक्ट्रॉनिक कार्गो ट्रैकिंग सिस्टम वाला देश का दूसरा शहर बना कानपुर

कानपुर (जेएनएन)। कानपुर देश में इलेक्ट्रॉनिक कार्गो ट्रैकिंग सिस्टम की सुविधा वाला दूसरा शहर बन गया है। सोमवार को सीमा शुल्क आयुक्त शिवकुमार शर्मा ने पनकी स्थित इनलैंड कंटेनर डिपो से नेपाल जा रहे कंटेनर को हरी झंडी दिखाई। नई सुविधा के तहत नेपाल सीमा पर माल को रोके बिना उसे जाने दिया जाएगा। इसके साथ बांग्लादेश के लिए भी आज से सुविधा शुरू कर दी गई है। देश में पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में ही यह सुविधा मौजूद थी।

loksabha election banner

नेपाल जाने वाले कार्गों को हरी झंडी

सीमा शुल्क आयुक्त ने बताया कि इस सुविधा के तहत कंटेनर को इनलैंड कंटेनर डिपो में ही इलेक्ट्रॉनिक तरीके से सीलबंद कर दिया जाता है और निर्यात की सारी जरूरी कार्यवाही यहीं कर ली जाती है। इसके बाद कंटेनर को रवाना कर दिया जाता है। बॉर्डर पर मौजूद अधिकारी यह जानकारी इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर कर लेते हैं कहीं पर कंटेनर को टेंपर तो नहीं किया गया है। इसके बाद कंटेनर को दूसरे देश में जाने दिया जाता है। इस सिस्टम का एक लाभ यह भी है कि पूरे रास्ते में किस समय कंटेनर कहां है इसकी जानकारी कंप्यूटर सिस्टम पर किसी भी समय की जा सकती है। उन्होंने बताया कि अभी नेपाल माल भेजने में सीमा पर पूरा माल चेक कर जाने दिया जाता था, इस सिस्टम से जाने पर अब वहां पर चेकिंग नहीं होगी।

अब समय कम लगेगा

इसी तरह बांग्लादेश माल भेजने के लिए कानपुर से पहले मुंबई पोर्ट माल भेजना पड़ता था वहां से पानी के जहाज द्वारा माल श्रीलंका से होते हुए बांग्लादेश पहुंचता था। इस प्रक्रिया में 2 माह तक लग जाते थे। सड़क मार्ग से बंगलादेश माल भेजने पर पेट्रा पोल बॉर्डर पर 20 दिन तक कंटेनर खड़े रहते थे और माल को पहुंचने में 1 महीने तक लग जाता था। इस नई सुविधा से पेट्रा पोल पर ही भी माल की चेकिंग नहीं होगी और 6 दिन में निर्यातक का माल बांग्लादेश पहुंच जाएगा। इस मौके पर सबसे पहला कंटेनर स्पर्क  इंडस्ट्री के विजय अग्रवाल का रवाना हुआ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.