अधिवक्ता प्रोटेक्शन बिल की मांग हुई तेज, कानपुर बार एसोसिएशन उठाएगी आवाज
कई बार वकालत के पेशे में कई बार अधिवक्ता ऐसे मामलों में पैरवी करते हैं जिसमें उन्हें अपराधी के खिलाफ होना पड़ता है। ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर खतरा बन जाता है। अधिवक्ता के साथ अपराध होने पर कड़े प्रावधान लाने की मांग है।
कानपुर, जेएनएन। अधिवक्ताओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को लेकर अधिवक्ता प्रोटेक्शन बिल की मांग तेज हो गई है। वकीलों का मानना है कि इस बिल के आने के बाद अपराध पर लगाम लगेगी और सुरक्षित माहौल मिलेगा। अभी तक इसका प्रारूप तय ही नहीं किया गया है।
वकीलों का कहना है कि वकालत के पेशे में कई बार अधिवक्ता ऐसे मामलों में पैरवी करते हैं, जिसमें सीधे तौर पर उन्हें अपराधी के खिलाफ खड़ा होना पड़ता है। अपराधिक, बड़े आर्थिक अपराध, जमीन संबधी मामलों में पैरवी के दौरान उन्हें धमकियां भी मिलती हैं। पूर्व में ऐसे कई मामलों में कानपुर जिलें में ही नहीं वरन प्रदेश में भी कई वकीलों की हत्या अंजाम दी जा चुकी हैं। ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए अब यूपी बार काउंसिल ने अधिवक्ता प्रोटेक्शन बिल की मांग सरकार से की है। इसे लेकर समय-समय पर जिलाधिकारी और प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन दिए जा चुके हैं।
बार एसोसिएशन के महामंत्री राकेश तिवारी के मुताबिक अधिवक्ता प्रोटेक्शन बिल अधिवक्ताओं को सुरक्षा देगा। इसके प्रावधान तो अभी तय नहीं किए गए हैं लेकिन अधिवक्ताओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में जमानत न दिए जाने का कड़ा प्रावधान होगा। इसके अतिरिक्त अन्य गंभीर अपराधों में पीड़ित अथवा मृतक के स्वजनों को मुआवजा देने का भी प्रावधान किया जाएगा। अधिवक्ता लगातार इसकी मांग कर रहे हैं। सरकार बिल के लिए अनुमति देती है तो ठीक अन्यथा अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए आंदोलन किया जाएगा।