कानपुर आंचल प्रकरण : बचाव में सामने आई बहन, बोली- दहेज का आरोप झूठा, सूर्यांश ने खुद खरीद कर दी थी कार
आंचल की मौत के मामले में ससुराल पक्ष की ओर से लगातार लग रहे आरोप के बाद शनिवार को सूर्यांश की बहन सामने आई हैं। उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर सर्यांश का बचाव किया है।उन्होंने आंचल के घर से उपहार वाली कार को सूर्यांश की बताई है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। नजीराबाद थाना क्षेत्र के अशोक नगर में मसाला कारोबारी सूर्यांश खरबंदा की पत्नी आंचल की मौत के मामले में आंचल के परिवार वाले दहेज की मांगने का आरोप लगाने के साथ सूर्यांश के चरित्र पर सवाल खड़े कर रहे हैं, जो बिल्कुल गलत हैं। यह बातें शनिवार को परशुराम वाटिका में सूर्यांश की बहन निकिता कोटवानी ने बातचीत के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि जब हम खुद सम्पन्न हैं तो दहेज की मांग कैसी। आंचल के पिता ने 70 लाख रुपय दहेज मांगने का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया है। वह इस बात को कैसे भूल गए की सूर्यांश ने खुद ही डब्ल्यूआरबी कार खरीद कर आंचल के घर भेजी थी, ताकि परिवार के सामने ससुराल वालों की इज्जत बनी रहे। वह कार सूर्यांश की फर्म के नाम पर है । जिसकी पूरी लिखा पढ़ी और अन्य दस्तावेज मौजूद है। निकिता ने कहा कि उनके भाई को अय्याश कहा जा रहा है जबकि उनका भाई शौकीन था ।
अय्याश कहना गलत है कहीं भी घूमना फिरना हो दोनों साथ जाते थे। जिस गाड़ी को घटना के दिन आंचल के सौजन्य तोड़ा था वह गाड़ी भी आंचल ही चलाती थी।निकिता ने बताया तीन डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम हुआ जिसमें आत्महत्या की बात सामने आई इसके बावजूद आंचल के पिता घटना को हत्या बता रहे हैं। मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है उनकी जांच पर भी आंचल के पिता को भरोसा नहीं है इसीलिए वह मंत्रियों और अधिकारियों से सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं ।हम गलत नहीं है इसलिए हम हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि दहेज मांगने का आरोप तो निराधार है।