सोशल मीडिया पर मांग रहे श्वेता-श्रेयम के लिए न्याय
कानपुर की बेटी श्वेता और उसके 21 माह के बेटे श्रेयम की हत्या के खिलाफ सोशल मीडिया पर भी आवाज उठी है। फेसबुक और ट्विटर पर जस्टिस फॉर श्वेता एंड श्रेयम का पेज बनाकर लोग मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर आरोपितों को फांसी की मांग कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, कानपुर : कानपुर की बेटी श्वेता और उसके 21 माह के बेटे श्रेयम की हत्या के खिलाफ सोशल मीडिया पर भी आवाज उठी है। फेसबुक और ट्विटर पर जस्टिस फॉर श्वेता एंड श्रेयम का पेज बनाकर लोग मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर आरोपितों को फांसी की मांग कर रहे हैं।
श्वेता और श्रेयम की हत्या में शुरुआत से ही उसके पति रोहित को संदिग्ध माना जा रहा था, लेकिन सवाल यह था कि आखिर रोहित ने यह सब कैसे किया। शुक्रवार को जयपुर पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा किया गया तो पता चला कि इस साजिश में दो अन्य लोग भी शामिल हैं, जिन्होंने केवल दस हजार रुपये के लालच में दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। इस सच्चाई का पता चलते ही फेसबुक और ट्विटर पर मां-बेटे को न्याय दिलाने के लिए अभियान छेड़ दिया गया है। मासूम बेटे को गोद में लिए श्वेता की तस्वीर को प्रोफाइल पिक्चर में रखा गया है और प्रोफाइल के स्थान पर जस्टिस फॉर श्वेता एंड श्रेयम लिखा गया है। यह पेज बनते ही तेजी के साथ लोग इस अभियान से जुड़ रहे हैं और मांग उठ रही है कि हत्यारों को फांसी दी जाए।
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माता-पिता ने कहा कसाब से भी बड़ा कसाई निकला दामाद
श्वेता के पिता सुरेश कुमार मिश्रा और मां माधुरी मिश्रा ने हत्याकांड के खुलासे के बाद अपने दामाद रोहित तिवारी की तुलना कसाब से की है। गौरतलब है कि मुम्बई हमले में कसाब और उनके साथियों ने एक मासूम बच्चे की हत्या भी कर दी थी। उन्होंने कहा कि वह तो केवल यह चाहते हैं कि रोहित और उसके साथियों को फांसी की सजा हो। श्वेता के भाई शुभम ने कहा कि राजस्थान सरकार फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर जल्द हत्यारों को फांसी की सजा दिलाए।