आज से ओपीडी-इनडोर में जेआर नहीं करेंगे काम
जेआर की हड़ताल शुक्रवार से और उग्र होगी।
जागरण संवाददाता, कानपुर : नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट फार पोस्टग्रेजुएट (नीट पीजी-2021) की काउंसिलिग में विलंब के विरोध में जूनियर रेजीडेंट (जेआर) की राष्ट्रव्यापी हड़ताल शुक्रवार से और उग्र होगी। केंद्र सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं होने पर जूनियर रेजीडेंट (जेआर) के केंद्रीय और राज्य स्तरीय संगठन निर्णय लिया है। उसके तहत शुक्रवार से जेआर-टू और जेआर-थ्री ओपीडी व इनडोर का पूरी तरह से बहिष्कार करेंगे। अब ओपीडी, इमरजेंसी और इनडोर के सभी कार्य कंसलटेंट को ही करने पड़ेंगे।
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नर्सिंग स्टाफ का अवकाश निरस्त
जेआर की हड़ताल को देखते हुए एलएलआर अस्पताल हैलट के नर्सिंग स्टाफ और फार्मासिस्ट के अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं। पैरामेडिकल स्टाफ को 24 घंटे सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। एलएलआर के प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या का कहना है कि अवकाश पर गए कर्मचारियों को सूचना देकर बुला लिया गया है।
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जेआर ने आमजन से मांगा सहयोग
उत्तर प्रदेश जूनियर रेजीडेंट एसोसिएशन (यूपी आरडीए) के अध्यक्ष डा. विनय कुमार ने दैनिक जागरण से फोन पर हुई बातचीत में जेआर का दर्द साझा किया है। उनका कहना है कि राजनेताओं को कोई दिक्कत नहीं होगी, क्योंकि उनके लिए एम्स में बेड रिजर्व रहता है। समस्या आमजनता को होगी। इसलिए आमजन से हम सहयोग मांगते हैं। केंद्र सरकार की लापवाही की वजह से एक सत्र शून्य हो गया है। जब केंद्र से लेकर राज्य सरकार को जूनियर रेजीडेंट की जरूरत नहीं है तो जिस तरह जेआर-वन नहीं हैं, उसी तरह जेआर-टू और जेआर-थ्री भी अपने कार्य से अलग रहेंगे। शुक्रवार से ओपीडी और इनडोर की सेवाएं नहीं देंगे। सिर्फ इमरजेंसी और आइसीयू सेवाएं ही चलाई जाएंगे। गंभीर मरीज ही देखा जाएंगे।