Janta Curfew : Coronavirus से जंग में घरों से बाहर नहीं निकले लोग, सड़कों पर पसरा सन्नाटा
जनता कर्फ्यू भोर पहर लोगों ने मंदिर में दर्शन पूजन किया और फिर पट बंद हो गए।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस फैलने से रोकने और बचाव के लिए प्रधानमंत्री की अपील का असर रविवार को शहर में साफ नजर आया। जनता कर्फ्यू के चलते सुबह से लोग घरों से बाहर नहीं निकले, हाईवे हो या फिर लिंक रोड या मोहल्ले की गलियां सभी जगह सन्नाटा पसरा नजर आ रहा है। कुछ लोगों ने भोर पहर मंदिरों में जाकर दर्शन पूजन किया और फिर घर आ गए। सुबह मॉर्निंग वाकर भी पार्कों में नहीं दिखाई दिए और मंदिरों के कपाट भी बंद ही रहे। हाईवे पर भारी हल्के वाहनों का आवागमन न होने के चलते ढाबे भी नहीं खुले।
शहर के शास्त्री नगर, पांडु नगर, सरोजनी नगर, काकादेव में जनता कर्फ्यू को लेकर लोगों में बेहद जागरूकता दिखी। अधिकतर लोग घरों के अंदर ही हैं, सुबह के समय कुछ ही लोग दूध, ब्रेड व अन्य जरूरत का सामान लेने निकलें। हालांकि ज्यादातर लोग घरों के अंदर ही हैं। सुबह छह बजे काली मठिया मंदिर में जब मंगला आरती हुई तो कई भक्त दर्शन करने पहुंचे, हालांकि पट बंद देख सभी मायूस भी हुए। जिस सेंट्रल पार्क में लोग सुबह टहलते दिखते थे, वह भी पूरी तरह से सन्नाटे में नजर आया।
सब्जी मंडी में रोजाना लगने वाली भीड़ नदारद रही, आसपास की चाय की दुकानों और ब्रेड मक्खन की दुकानों पर ताला लटका रहा। दूध के लिए निजी कंपनी की आउटलेट खुले रहे। विजय नगर में लगने वाली सब्जी मंडी की सड़क पर सन्नाटा पसरा रहा। चौराहा पर कुछ लोग टेंपो और ई-रिक्शा का इंतजार करते दिखे। विजय नगर से अर्मापुर की ओर जाने वाली सड़क पर आम दिनों में बसों की लंबी कतारें दिखती हैं, मगर यहां भी पूरी तरह जनता करफ्यू का असर नजर आया।
बालकनी पर बैठकर पढ़ते रहे अखबार
लाजपत नगर के तमाम घरों में लोग सुबह उठकर बालकनी पर अखबार पढ़ते दिखे। अपार्टमेंट में रहने वाली महिलाओं ने एक दूसरे से कोरोना वायरस के संक्रमण व जनता करफ्यू पर चर्चा की। कुछ लोग पानी की टंकी वाली पार्क के पास टहलते हुए नजर आए। हालांकि सात बजे तक सभी अपने-अपने घरों की ओर लौट गए। शिवाजी नगर कॉलेनी में सुबह साढ़े छह बजे तमाम लोग घरों से दूध व सब्जी लेने निकले। यहां रहने वाले डॉ.भक्ति विजय शुक्ला ने कहा कि सात बजे तक सामान लेकर लौट जाना। दिनभर घर के अंदर रहेंगे और जनता करफ्यू का समर्थन करेंगे। अरविंद अवस्थी ने कहा शनिवार को ही सारा सामना ले आए थे, बस थोड़ी दूर पर चट्टे से दूध लाना और फिर घर के अंदर। फजलगंज चौराहा पर चाय की दुकान लगाने वाले रामू यादव ने कहा कि यात्रियों की संख्या बेहद कम है। रोज सुबह से ही भीड़ हो जाती थी, लेकिन जनता कर्फ्यू के चलते ट्रेन व बसों का संचालन बंद होने से यात्री नहीं निकले।
अनवरगंज क्षेत्र में सुबह से ही लोग घर के अंदर ही रहे। अनवरगंज कॉलोनी पर आमतौर में सुबह-सुबह सैकड़ों की संख्या में लोग टहलने के लिए निकलते थे परंतु आज सभी ने जनता कर्फ्यू का समर्थन करते हुए जो लोग निकले उनको घर में ही रहने की सलाह दी। शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में शुमार सकेरा स्टेट में लोगों ने अपने आप को घरों में ही रखा। क्षेत्र में सभी दुकाने बंद हैं, वही अनवरगंज, देव नगर, अचार्य नगर, राय पुरवा चंडिका देवी जाकर झकरकटी जरीब चौकी क्षेत्रों में भी लोग ना के बराबर ही घर से निकले। इन क्षेत्रों में बने अपार्टमेंट में लोगों ने अपनी-अपनी छतों से ही एक दूसरे से बात करके कर्फ्यू का समर्थन किया।
कल्याणपुर क्षेत्र में भी लोगों ने जनता कर्फ्यू का समर्थन किया, यहां पर बाजार व दुकानें बंद हैं और लोग घरों से बाहर नहीं निकले। चौबीस घंटे व्यस्त रहने वाले पनकी कल्याणपुर मार्ग पर सन्नाटा पसरा रहा, कुछ लोग बाइक व कार से जरूरी काम के कारण जाते नजर आए। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी जनता कर्फ्यू का समर्थन पूरी तरह रहा। घाटमपुर क्षेत्र में बाजार पूरी तरह बंद रहा, वाहनों का अवागमन न होने से कानपुर सागर राजमार्ग पर सन्नाटा रहा। हाईवे पर स्थित दुकानें व ढाबे भी नहीं खुले। नगर का सुप्रिसिद्ध एवं प्राचीन कूष्मांडा देवी मंदिर के भी पट बंद रहे।