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जलस्तर बढ़ने पर सिचाई विभाग ने खोले बैराज के गेट

गंगा का जलस्तर एक हफ्ते में शुक्लागंज में 2.57 मीटर जलस्तर बढ़ गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 02:00 AM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 02:00 AM (IST)
जलस्तर बढ़ने पर सिचाई विभाग ने खोले बैराज के गेट
जलस्तर बढ़ने पर सिचाई विभाग ने खोले बैराज के गेट

जागरण संवाददाता, कानपुर : गंगा का जलस्तर एक हफ्ते में शुक्लागंज में 2.57 मीटर जलस्तर बढ़ गया। जलस्तर तेजी से बढ़ते देखकर सिचाई विभाग ने बैराज के सारे 30 गेट खोल दिए है और गंगा के किनारे स्थित गांवों में सतर्कता बढ़ा दी गयी है। सिचाई विभाग और जिला प्रशासन के अफसर लगातार गंगा के जलस्तर और आसपास के गावों पर नजर रखे हुए है ताकि गांवों की तरफ जल बढ़ने पर ग्रामीणों को निकाला जा सके।

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शुक्लागंज की तरफ 17 जुलाई तक गंगा का जलस्तर 108.48 मीटर था जो रविवार यानि 25 जुलाई को 111.05 मीटर पहुंच गया है। चेतावनी बिदु से दो मीटर और खतरे के निशान से तीन मीटर दूर है। बैराज में अभी तक आठ गेट खोले गए थे। बैराज में पानी की तेज आमद होने से उसके सभी 30 गेट खोल दिए गए है।

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गंगा का जलस्तर का हाल

बैराज में अप स्ट्रीम पर जलस्तर - 113 मीटर

डाउन स्ट्रीम (बैराज से भैरोघाट की तरफ) 112.13 मीटर

शुक्लागंज में जलस्तर - 111.05 मीटर

शुक्लागंज में एक सप्ताह पहले जलस्तर - 108.48 मीटर

बैराज से भैरोघाट की तरफ छोड़ा पानी - 1,06,424 क्यूसेक

नरोना बांध से बैराज रविवार को आया पानी - 73,470 क्यूसेक

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बिजली कटौती व कैनाल बंद होने से 25 लाख जनता परेशान

जागरण संवाददाता, कानपुर : बिजली कटौती और लोअर गंगा कैनाल बंद होने से 25 लाख जनता रविवार को पीने के पानी के लिए जूझी। शाम को जलकल विभाग ने आधा दर्जन इलाकों में पीने के पानी के टैंकर भेजे। वहीं हैंडपंपों और पड़ोसियों के सबमर्सिबल पंपों से लोग पीने का पानी भर रहे है।

लोअर गंगा कैनाल के अरमापुर स्थित पंपिग स्टेशन में लगे पंपों में सिल्ट आ जाने के कारण शनिवार से रोज होने वाली पांच करोड़ लीटर जलापूर्ति बंद पड़ी है। इसके कारण तीन दर्जन मोहल्लों को लो प्रेशर से जलापूर्ति हो पा रही है। वहीं रविवार को जलकल मुख्यालय बेनाझाबर में सुबह से लेकर शाम तक चार बार बिजली कटने के कारण शाम को होने वाली बीस करोड़ लीटर जलापूर्ति प्रभावित रही। लो प्रेशर से शाम को जलापूर्ति हो पाई। इसके कारण 25 लाख जनता को पीने के पानी के लिए जूझना पड़ा। शाम को जल संकट को देखते हुए जलकल ने रेलबाजार, मछली वाला हाता ग्वालटोली, मैकराबर्टगंज, केडीए कालोनी जाजमऊ समेत कई जगह पानी के टैंकर भेजे गए। वैभव मिश्र, अंकुर त्रिवेदी, शोभित दीक्षित, शिवांशु रावत ने बताया कि पिछले एक माह से जलकल से होने वाली जलापूर्ति प्रभावित है। अक्सर शाम को पानी संकट रहता है। जलकल महाप्रबंधक नीरज गौड़ ने बताया कि बिजली कटौती और लोअर गंगा कैनाल बंद होने के कारण जलापूर्ति में दिक्कत आ रही है।

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इन इलाकों में रहा संकट

दर्शनपुरवा, कौशलपुरी, राम कृष्ण नगर, जवाहर नगर, नेहरू नगर, गांधीनगर, रामबाग, परेड, प्रेमनगर, पीरोड, चमनगंज, बेकनगंज, नई सड़क, अशोक नगर, हर्षनगर, बेनाझाबर, आर्यनगर, आनंद बाग, आचार्य नगर, रेलबाजार, हरबंश मोहाल, मेस्टन रोड, मूलगंज, जनरलगंज, कुलीबाजार समेत कई इलाकों में पीने के पानी का संकट रहा।


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