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अनियमित जीवन शैली दिल के लिए खतरा : डॉ. वली

अनियमित खानपान जीवनशैली व करियर बनाने का दबाव। इन वजहों से लोग तनाव में आकर धूम्रपान व अल्कोहल का सेवन करने लगते हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 01:37 AM (IST)Updated: Mon, 11 Nov 2019 06:26 AM (IST)
अनियमित जीवन शैली दिल के लिए खतरा : डॉ. वली
अनियमित जीवन शैली दिल के लिए खतरा : डॉ. वली

जागरण संवाददाता, कानपुर : अनियमित खानपान, जीवनशैली व करियर बनाने का दबाव। इन वजहों से लोग तनाव में आकर धूम्रपान व अल्कोहल का सेवन करने लगते हैं। ऐसे में देर रात तक काम करने के चलते युवाओं को दिल की बीमारी होने लगी। इससे 20-22 साल के युवा भी 'कोरोनरी आर्टरी डिजीज' की चपेट में आ रहे हैं। यह बातें रविवार को नई दिल्ली के गंगाराम अस्पताल के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर पद्मश्री डॉ. मोहसिन वली ने कहीं। वह छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय वेलनेस सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

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उन्होंने कहा अगर शुरूआती अवस्था में दिल की बीमारी का पता चल जाए तो आयुर्वेदिक उपचार से नियंत्रित करें। इसमें अर्जुन की छाल (10 ग्राम) दो बार पीने से लाभ मिलता है। इसके अलावा सुबह लहसुन की दो फली, आधा चम्मच कलौंजी और एक चम्मच अश्वगंधा का सेवन करें। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार ने कहा कि वेलनेस सम्मेलन में बाहर से आए नामचीन विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य संबंधी उपयोगी जानकारी साझा की है। अब आप सभी मिलकर इसका फायदा आमजन तक पहुंचाएं। इस दौरान डॉ. एएस प्रसाद, डॉ. एसके मिश्रा, डॉ. अवध दुबे, डॉ. प्रवीण कटियार, डॉ. मुकुलिका हितकारी, डॉ. संदीप सिंह, रामप्रकाश वर्मा, प्रो. अशोक कुमार और देवेंद्र प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे। इस दौरान वेलनेस सम्मेलन में आए चिकित्सा क्षेत्र के दिग्गजों ने बढ़ते प्रदूषण, मोटापा, श्वांस संबंधी समस्याओं पर चर्चा की और उससे जुड़े आंकड़े प्रस्तुत किए।


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