आइपीएस सुरेंद्र दास का जीवन एक्मो मशीन के सहारे
फिलहाल एसपी पूर्वी की हालत स्थिर, दुआओं का दौर जारी, सात दिनों बाद दिखेगा असर, अगले 72 घंटे बेहद महत्वपूर्ण, गुर्दे की डायलिसिस शुरू, तीन बोतल खून भी चढ़ाया गया
जागरण संवाददाता, कानपुर : घरेलू कलह के चलते सल्फास खाने वाले कानपुर के एसपी पूर्वी सुरेंद्र दास की हालत 42 घंटे बाद भी नाजुक बनी हुई है। मुंबई से आए डॉ. प्रणव ओझा व डॉ. वेंकटेश गोयल की टीम ने एक्मो मशीन को वेंटीलेटर से जोड़कर बुधवार देर रात इलाज शुरू कर दिया, लेकिन स्थित जस की तस है। अगले 72 घंटे उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
रीजेंसी अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश अग्रवाल ने बताया कि एक्मो मशीन से ऑर्गन डैमेज रोकने की कोशिश की जा रही। इससे हार्ट और लंग्स को सपोर्ट दिया जाता है ताकि इन पर ज्यादा प्रेशर न पड़े और डैमेज कंट्रोल को रोका जा सके। उनकी हालत में सुधार की बात छह से सात दिन बाद ही परीक्षण के बाद बताई जा सकेगी। मुंबई से विशेष विमान से टीम के साथ आए डॉ. झा ने गुरुवार तड़के चार बजे श्री दास के शरीर से विषाक्त रक्त को निकाला। इस दौरान उन्हें तीन यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया। वहीं लोगों के आने-जाने से कोई संक्रमण की स्थिति न बने, इसके लिए आइसीयू में उनसे मिलने वालों की संख्या पर नियंत्रण लगाया है वहीं गुर्दे की डायलिसिस भी की जा रही है।
दूसरी तरफ उनकी जीवन रक्षा को लेकर दुआओं का दौर शुरू है। पुलिस लाइन से लेकर समाजसेवी संगठन उनकी लंबी उम्र की दुआएं कर रहे हैं। उनके बैच मेट से लेकर परिजन सभी ने भगवान के दरबार में जाकर उनकी दीर्घायु की कामना की।
बताते चलें कि नगर में एसपी पूर्वी पद पर तैनात 2014 बैच के आइपीएस सुरेंद्र दास ने बुधवार तड़के सरकारी आवास में सल्फास खा लिया था। तबियत बिगड़ने पर पत्नी डॉ.रवीना ने अधिकारियों को सूचना देकर स्टाफ व कैंट पुलिस की मदद से उर्सला में भर्ती कराया था। वहां से उन्हें रेफर किए जाने पर परिजन ने एक प्राइवेट अस्पताल में ले जाने की तैयारी की थी, लेकिन अधिकारियों के कहने पर उन्हें रीजेंसी अस्पताल में लाकर भर्ती कराया गया। जहां एडीजी अविनाश चंद्र ने उनके बुधवार तड़के तबियत बिगड़ने और जहरीला पदार्थ खाने की आशंका जताई थी। उनकी नाजुक हालत को देखते हुए रीजेंसी अस्पताल प्रबंधन ने मुंबई से क्रिटिकल केयर यूनिट को बुलाया था। जिसकी संयुक्त टीम के साथ उनका इलाज किया जा रहा है। आइपीएस सुरेंद्र दास बलिया के मूल निवासी है और परिवार पीजीआइ लखनऊ के पास रहता है। उनकी पत्नी डॉ. रवीना ने जीएसवीएम कालेज से एमडी किया है।