रात तक की पढ़ाई और सुबह परीक्षा से पहले फांसी पर लटका मिला इंटरमीडिएट की छात्रा का शव
इंटरमीडिएट की छात्रा ने सुसाइड नोट में परीक्षा की तैयारी ठीक नहीं लिखकर फांसी लगाकर दी जान।
कानपुर, जेएनएन। मंगलवार की सुबह हिंदी की परीक्षा के लिए देर रात तक इंटरमीडिएट की छात्रा ने पढ़ाई की और सुबह उसका शव फांसी के फंदे पर लटका देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। उसकी किताब में सुसाइड नोट मिला है, जिसमें परीक्षा की तैयारी ठीक न होने की बात लिखी है। पुलिस ने सुसाइड नोट कब्जे में लेकर छानबीन शुरू की है।
कल्याणपुर के मसवानपुर शिवनगर निवासी फल विक्रेता रामअवतार दिवाकर की 17 वर्षीय इकलौती बेटी गायत्री मंधना के इंटर कालेज में 12वीं की छात्रा थी। मंगलवार दोपहर दो बजे से उसका ङ्क्षहदी प्रथम प्रश्न पत्र की परीक्षा थी। सोमवार रात खाना खाने के बाद वह देर रात तक पढ़ाई करती रही। चाचा रामशरण ने बताया कि करीब 12 बजे मां संगीता ने कहा कि सो जाओ तो वह बोली कि एक डेढ़ घंटे और पढ़ेगी। इसके बाद घर के सभी लोग सोने चले गए।
सुबह छोटा भाई ज्ञानेंद्र जगाने पहुंचा तो बहन का शव कमरे में पंखे के कुंडे से लटका देख चीखने लगा। परिजनों के पहुंचने पर कोहराम मच गया। इसके बाद 100 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। इसके बाद कल्याणपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को गायत्री की ङ्क्षहदी की किताब के अंदर सुसाइड नोट मिला। सीओ राजेश पांडेय ने बताया कि परीक्षा खराब होने के डर से छात्रा ने यह कदम उठाया है।
सुसाइड नोट में ये लिखा
गायत्री की किताब में मिले सुसाइड नोट में लिखा मिला है-मेरी परीक्षा की तैयारी ठीक नहीं हुई है। नंबर कम आएंगे। मेरे मम्मी पापा मुझे बहुत मानते हैं। मेरी पढ़ाई पर काफी पैसा खर्च कर रहे हैं। मैं पेपर नहीं देना चाहती, इसी वजह से जान दे रही हूं।
हाईस्कूल में थे 70 फीसद अंक
परिजनों ने बताया कि गायत्री पढ़ाई में काफी होशियार थी। हाईस्कूल में उसके 70 फीसद अंक थे, सभी उसकी तारीफ करते थे। सब्जी विक्रेता पिता उसे शिक्षक बनाना चाहते थे।