Indian Railways: तेजस के 637 यात्रियों को IRCTC देगा 63,700 रुपये, जानिए क्यों दिया जा रहा ये मुआवजा
देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस का संचालन करने वाली कंपनी आइआरसीटीसी यात्रियों को नियमानुसार मुआवजा बैंक खाते में ट्रांसफर करेगी । अलीगढ़ के पास मालगाड़ी डिरेल होने पर तेजस एक्सप्रेस करीब एक घंटे लेट हो गई थी।
कानपुर, जेएनएन। पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस का संचालन करने वाली कंपनी आइआरसीटीसी 637 यात्रियों को 63,700 रुपये वापस करेगी। आरआइसीटीसी यह मुआवजा नियमों के तहत यात्रियों के बैंक खाते में ट्रांसफर करेगी। क्षेत्रीय प्रबंधक ने भी नियमानुसार मुआवजा देने की बात स्वीकार की है। दरअसल, रविवार की सुबह दिल्ली रूट पर अलीगढ़ के पास दाउदखां रेलवे स्टेशन के डाउन रेल ट्रैक पर मालगाड़ी का डिब्बा पटरी से उतर जाने से तेजस एक्सप्रेस लेट हो गई थी।
अलीगढ़ के पास मालगाड़ी डिरेल होने पर रेलवे अधिकारियों को अप और डाउन दोनों लाइनें बंद करी पड़ी। दो घंटे बाद अप लाइन शुरू हुई तो ट्रेनों का संचालन शुरू कराया गया। इस दौरान तेजस, महाबोधि एक्सप्रेस, महानंदा एक्सप्रेस, आनंद विहार भागलपुर एक्सप्रेस दो से चार घंटा प्रभावित हुईं। चूंकि तेजस के एक घंटे से अधिक की देरी होने पर आइआरसीटीसी अपने यात्रियों को प्रति यात्री मुआवजा देता है ऐसे में 637 यात्रियों को 63,700 रुपये का मुआवजा यात्रियों के एकाउंट में स्थानांतरित किया जाएगा। आइआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत सिन्हा ने बताया कि ट्रैक बाधित होने से तेजस लेट हो गई थी। यात्रियों को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा।
दरभंगा एक्सप्रेस का रूट बदलना पड़ा
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि सुबह 9:38 बजे अलीगढ़ में दाउदखां रेलवे स्टेशन के पास मालगाड़ी का एक डिब्बा पटरी से उतर गया था। दिल्ली हावड़ा रूट होने के चलते आनन फानन राहत कार्य शुरू किया गया।सुबह 11:30 बजे अप लाइन शुरू कर ट्रेनों का संचालन शुरू कराया गया जबकि दोपहर 3:35 बजे डाउन लाइन पर संचालन शुरू करा दिया गया था।उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि ट्रैक प्रभावित होने के चलते दिल्ली टूंडला मेमू को निरस्त कर दिया गया जबकि ट्रेन संख्या 02570 दिल्ली दरभंगा एक्सप्रेस और ट्रेन संख्या 02566 दरभंगा एक्सप्रेस को गाजियाबाद-कानपुर-लखनऊ रूट के स्थान पर गाजियाबाद-मुरादाबाद-लखनऊ रूट से चलाया गया है।