Indian Railway ने रद किए 15 अप्रैल से तीन मई के बीच के 25 हजार आरक्षित टिकट, जानें-कैसे मिलेगा रिफंड
रेलवे फिलहाल बोर्ड के अग्रिम आदेश तक आरक्षण टिकट की बुकिंग नहीं शुरू करेगा।
कानपुर, जेएनएन। लॉक डाउन अवधि बढ़ने की घोषणा के साथ ही रेलवे ने भी तीन मई तक सभी यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद करने की घोषणा की है, इसके साथ ही अग्रिम आदेशों तक टिकट बुकिंग भी बंद कर दी है। यात्री ट्रेनों का परिचालन न होने से 15 अप्रैल से तीन मई के बीच शहर से चलने वाली विभिन्न ट्रेनों के करीब 25 हजार आरक्षण टिकट भी रद हुए हैं। रेलवे बोर्ड का अग्रिम आदेश न आने तक किसी भी तरह से टिकटों की भी बुकिंग नहीं होगी।
ट्रेन संचालन व टिकट बुकिंग बंद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए 14 अप्रैल तक 21 दिन का लॉक डाउन घोषित किया था। 15 अप्रैल से यात्री ट्रेनों के परिचालन को लेकर संशय बरकरार था, लेकिन कुछ ट्रेनों में 15 अप्रैल और आगे की तिथियों के श्रमशक्ति, शताब्दी, ऊंचाहार, उद्योग नगर आदि ट्रेनों के ऑनलाइन टिकट बुकिंग चल रही थी। ट्रेनों के परिचालन को लेकर संशय के बाद भी स्थानीय स्तर पर टिकट चेकिंग स्टाफ को अलर्ट किया गया था। लॉक डाउन बढ़ाए जाने से रेलवे बोर्ड ने भी तीन मई तक यात्री ट्रेनों के परिचालन न करने का फैसला लिया है। परिचालन न होने से 15 अप्रैल से तीन मई के बीच के विभिन्न ट्रेनों के करीब 25 हजार टिकट रद हुए हैं।
ऑनलाइन और काउंटर से होगा रिफंड
उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज के जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि जिन यात्रियों ने 15 अप्रैल और इससे आगे की तिथियों के आरक्षण टिकट की आन लाइन बुकिंग कराई है, उन सभी को बिना कटौती के ऑनलाइन रिफंड किया जाएगा और पूर्व में जो काउंटर से टिकट बुक हुए हैं, उनका रिफंड काउंटर से ही 30 जुलाई तक प्राप्त कर सकते हैं। बोर्ड के अग्रिम आदेश तक कोई भी आरक्षण टिकट बुकिंग नहीं की जाएगी।