विदेशी सरजमीं पर भी धाक जमाएंगी देश की आर्डनेंस फैक्ट्रियां, जानिए क्या मिलेगा फायदा Kanpur News
अंतरराष्ट्रीय डिफेंस एक्सपो में शामिल होने के लिए निर्माणियों ने बोर्ड से अनुमति मांगी है।
कानपुर, [श्रीनारायण मिश्र]। सेना से लेकर सुरक्षाबलों तक की हथियारों की जरूरत पूरा करने वाली आर्डनेंस फैक्ट्रियां अब विदेशी सरजमीं पर भी धाक जमाना चाहती हैं। आयुध निर्माणियां पहली बार विदेशों में लगने वाली अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों में शामिल होने की तैयारी में हैं। निर्माणियों ने इसके लिए आर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड से अनुमति मांगी है।
अभी तक आर्डनेंस फैक्ट्रियां केवल सेना या सुरक्षाबलों के लिए ही हथियार तैयार करती थीं। बोफोर्स कंपनी द्वारा धनुष तोप की तकनीक खरीदने के बाद से आर्डनेंस फैक्ट्रियों का मनोबल बढ़ा है। आर्डनेंस की कई तोपें, सैनिकों के इस्तेमाल की सामग्री, मशीनगन से लेकर बुलेटप्रूफ जैकेट तक सेना और सुरक्षाबलों को बेहद पसंद आ रही हैं। यह सब अंतरराष्ट्रीय बाजार में उपलब्ध उत्पादों के मुकाबले बेहतर हैं। सूत्रों के मुताबिक लघु आयुध निर्माणी समेत कई निर्माणियों ने खासकर जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन आदि में लगने वाले एक्सपो में शामिल होने की इच्छा जताई है। उम्मीद है कि बेहतर गुणवत्ता संग सस्ते दाम के कारण वहां अच्छे आर्डर मिल सकते हैं। केंद्र सरकार जिस तरह आर्डनेंस फैक्ट्रियों को प्रतिस्पद्र्धी बनाना चाहती है, उससे जल्द ही अप्रूवल मिल सकता है।
यह होंगे लाभ
- हथियारों के निर्यात से बड़े पैमाने पर विदेशी मुद्रा मिलेगी।
- विदेशी आर्डर मिलने पर देश में रोजगार का सृजन भी तेज होगा।
- आर्डनेंस फैक्ट्रियां पेशेवर तरीके से अपना खर्च खुद उठा सकेंगी।
- रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर ज्यादा खर्च करने का मिलेगा मौका।
एसएएफ खरीदेगी 20 करोड़ की आधुनिक मशीनें
उत्पादन क्षमता का विस्तार कर अंतरराष्ट्रीय बाजार में मुकाबले के लिए कानपुर स्थित लघु आयुध निर्माणी (एसएएफ) जल्द ही 20 करोड़ रुपये की 40 मशीनें खरीदने जा रही है। इसका बोर्ड से अप्रूवल मिल गया है। वहीं, करीब 50 और ऐसी ही मशीनों के लिए अप्रूवल मांगा गया है। निर्माणी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जल्द ही ये मशीनें आ जाएंगी। ये सभी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग वाली वर्टिकल और हॉरिजेंटल मशीनें हैं। इनसे उत्पाद की गुणवत्ता बेहतर होगी।