सर्दी-प्रदूषण का मिलन कान में पैदा कर रहा है संक्रमण
एलएलआर अस्पताल की ईएनटी ओपीडी में आ रहे कई मरीज, जुकाम व गले में संक्रमण की समस्या सही होने में ले रही समय।
जागरण संवाददाता, कानपुर : सर्दी और वायु प्रदूषण का मिलन कानों पर सितम ढा रहा है। संक्रमण की समस्या बढ़ जाने से लोगों को कम सुनाई पड़ रहा है। कानों में दर्द होने लगा है। एलएलआर अस्पताल (हैलट), उर्सला और कांशीराम चिकित्सालय में काफी संख्या में मरीज आ रहे हैं। डॉक्टर उन्हें दवाओं के साथ ही साफ सफाई रखने और एकदम से ठंडे से गर्म या गर्म से ठंडे वातावरण में जाने से बचने की सलाह दे रहे हैं।
क्या हो रही दिक्कत
एलएलआर अस्पताल की ईएनटी ओपीडी में 50 फीसद मरीज जुकाम और गले में संक्रमण की समस्या लेकर आ रहे हैं। उसकी वजह से कान में सीटी जैसी आवाज सुनाई पड़ रही है। गले के रास्ते से कान को जाने वाली ट्यूब ब्लॉक हो जा रही है। यह अधिकतर गले के अंदर कफ जम जाने की वजह से होता है।
फेफड़ों पर पड़ रहा असर
नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप कौशिक के मुताबिक वायु प्रदूषण से जुकाम ठीक होने में लंबा समय ले रहा है। इसकी वजह से फेफड़ों पर असर पड़ रहा है। श्वांस रोगियों और दमा के मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
क्या करें, क्या न करें
- एकदम से कपड़े न उतारें।
-सही होने पर चिकित्सक की सलाह लें।
-संतुलित मात्रा में आहार लें, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता सही रहे।
-संक्रमित व्यक्ति के तौलिया, कपड़े न इस्तेमाल करें।