पार्षद कोटे के टेंडरों में पूलिंग का आरोप, नगर निगम को लगाया चूना
नगर निगम में कई टेंडर के फार्म एस्टीमेट से 25 पैसे कम पर पड़े है। पुलिंग होने के कारण नगर निगम को आर्थिक नुकसान हुआ है।
कानपुर(जागरण संवाददाता)। पार्षद कोटे के टेंडर की पुलिंग होने पर ठेकेदारों में आक्रोश है। इसकी जांच कराने की मांग अफसरों से की है। पार्षद कोटे के टेंडर एस्टीमेट से कम दरों पर पड़े है। वहीं पांच करोड़ रुपये के अन्य कामों के टेंडर एस्टीमेट से 25 फीसद तक बिलो पड़े हैं। इससे नगर निगम को लगभग सवा करोड़ रुपये की आय हुई है।
पार्षद कोटे से साढ़े चार करोड़ के 95 कामों के टेंडर फार्म नगर निगम में पड़े थे। आक्रोशित ठेकेदारों ने बताया कि इन टेंडरों को वेबसाइट पर नहीं डाला गया और मुख्य अभियंता कार्यालय से फार्म नहीं बांटे गए। कई टेंडर के फार्म एस्टीमेट से 25 पैसे कम पर पड़े है। पुलिंग होने के कारण नगर निगम को चूना लग गया है।
ठेकेदारों ने कहा कि पार्षद कोटे व अन्य कामों के टेंडर में इतना फर्क कैसे हो गया यह कोई भी व्यक्ति बता देगा। इन टेंडरों की भी प्रतिस्पर्धा हो जाए तो नगर निगम को लाभ होगा। ठेकेदारों ने कहा कि इस प्रकरण की जांच नहीं हुई तो वह धरने पर बैठ जाएंगे। इस बाबत मुख्य अभियंता मनीष सिंह से शिकायत की है। जांच कराने की बात कही जा रही है लेकिन जांच कब होगी।