शहर से बाहर होंगे अवैध ई-रिक्शे, बनी रणनीति
अवैध ई-रिक्शों को शहर से बाहर करने की रणनीति तैयार हो गई है। संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) का प्रवर्तन दस्ता ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर अभियान चलाएगा।
जागरण संवाददाता, कानपुर : अवैध ई-रिक्शों को शहर से बाहर करने की रणनीति तैयार हो गई है। संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) का प्रवर्तन दस्ता ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर अभियान चलाएगा। अगर संभव हुआ तो उनका पंजीकरण भी कराया जा सकता है। एआरटीओ प्रवर्तन ने अभियान के लिए एसपी ट्रैफिक से सहयोग मांगा है। ई-रिक्शा के अलग रूट पर जल्द ही बैठक भी होगी। इसमें ई-रिक्शा एसोसिएशन के साथ ही ऑटो-टेंपो, नगर बस के पदाधिकारियों को बुलाया जाएगा।
शहर में अनुमानित 15 हजार से अधिक ई-रिक्शे संचालित हैं। इनमें से 6852 ही पंजीकृत हैं। काफी संख्या में ई-रिक्शे अवैध रूप से चल रहे हैं। इनमें से कई 2015 से पहले के हैं, जिस समय पंजीकरण की कोई व्यवस्था नहीं थी। उनको पकड़ने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाती है। ऐसे में अवैध ई-रिक्शों की अराजकता बढ़ती ही जा रही है। अब आरटीओ का प्रवर्तन दस्ता और ट्रैफिक पुलिस साथ कार्रवाई करेंगे।
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रजिस्ट्रेशन नंबरों की होगी जांच
सबसे पहले बिना नंबर के चल रहे ई-रिक्शे पकड़े जाएंगे। उनको ट्रैफिक पुलिस लाइन में बंद कराया जाएगा। संचालक पर जुर्माने की कार्रवाई होगी। अगर वह जुर्माना नहीं भरता है तो ई-रिक्शों को कबाड़ में नीलाम कराया जाएगा। एआरटीओ प्रवर्तन प्रभात कुमार पांडेय के मुताबिक नीलामी के लिए जिला प्रशासन से बातचीत की जाएगी। उनकी खास तरह से नंब¨रग होगी।
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डीलरों के साथ होगी बैठक
परिवहन अधिकारियों के मुताबिक ई-रिक्शों के डीलरों के साथ जल्द ही बैठक की जाएगी। उन्हें बिना लर्निग लाइसेंस के ई-रिक्शे बिक्री न करने के लिए कहा जाएगा। परिवहन विभाग ने दो पहिया, चार पहिया वाहनों के लिए डीलर प्वाइंट से ही रजिस्ट्रेशन नंबर दिए जाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। जल्द ही ई-रिक्शा संचालकों के यहां भी यह व्यवस्था लागू कराई जाएगी।
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जाम वाले रूट पर नहीं चलेंगे ई-रिक्शे
आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस ई-रिक्शों के लिए अलग रूट चिह्नित करेंगे। उन्हें हाईवे और अति व्यस्त मार्गो पर पाबंदी रहेगी।
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लाइट, हॉर्न की होगी जांच
अभियान के दौरान ई-रिक्शों की लाइट, हॉर्न, ब्रेक आदि की जांच की जाएगी। यह सब सुरक्षित यातायात और सड़क हादसों को रोकने के लिए किया जाएगा।