पढ़ाने का बेहतर तरीका बताएंगे आइआइटी के प्रोफेसर
छत्रपति शाहू जी महाराज विवि व उससे संबद्ध महाविद्यालयों में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए विवि अब नए तरीके से कवायद करेगा।
जागरण संवाददाता, कानपुर : छत्रपति शाहू जी महाराज विवि व उससे संबद्ध महाविद्यालयों में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए विवि अब नए तरीके से कवायद करेगा।
विवि के प्रशासनिक अफसरों ने जो कार्ययोजना बनाई है, उसके तहत विवि व उससे संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों को आइआइटी कानपुर के प्रोफेसर पढ़ाने का बेहतर तरीका बताएंगे। इस संबंध में शिक्षकों के लिए चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिसमें आइआइटी के प्रोफेसर जरूरी टिप्स देंगे। विवि के विशेषज्ञों का मानना है कि हर व्यवस्था को ठीक करने में पढ़ाई सर्वोपरि है। ऐसे में जब शिक्षकों को यह बताया जाएगा कि वह कहां पर पढ़ाने में कमजोर हैं, उस तरीके को उन्हें किस तरह से बदलना है। इसके बाद उनके द्वारा जो कवायद होगी, उससे निश्चित रूप से छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा।
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परिणाम के माध्यम से दिखेगा असर:
विवि में जब शिक्षकों के पढ़ाने का तरीका बदलेगा तो उसका असर विवि व संबद्ध महाविद्यालयों के परिणाम पर दिखेगा। क्योंकि अभी तक सैकड़ों महाविद्यालय ऐसे हैं जहां बहुत अच्छा परिणाम नहीं आता है।
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शिक्षक बता सकेंगे परेशानियां:
प्रशिक्षण कार्यक्रमों के दौरान शिक्षक भी विषय ंिवशेषज्ञों से अपनी परेशानियां बता सकेंगे। उन्हें बाकायदा यह मौका विवि देगा। इनका समाधान कैसे हो, यह जानकारी आइआइटी के प्रोफेसर देंगे।
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अक्सर ही यह देखने में आता है कि महाविद्यालयों में शिक्षा का स्तर उतना बेहतर नहीं, जितना होना चाहिए। चाहे रोजाना कक्षाओं के संचालन का हो या शिक्षकों की स्किल को बेहतर करना। विवि प्रशासन अब हर तरह से सुधार संबंधी कवायद में जुट गया है।
नीलिमा गुप्ता, कुलपति, सीएसजेएमयू -------------------------