आइआइटी की पद्मावती झटपट बताएगी पानी की गुणवत्ता
पानी में अशुद्धता प्रदूषण व अन्य तरह के हानिकारक तत्वों की पहचान अब आसानी से हो सकेगी।
जासं, कानपुर : पानी में अशुद्धता, प्रदूषण व अन्य तरह के हानिकारक तत्वों की पहचान अब आसानी से हो सकेगी। आइआइटी कानपुर के अर्थ साइंस के प्रो. इंद्र शेखर सेन ने सिविल इंजीनियरिग के पुरातन छात्र हर्ष के साथ मिलकर पानी की गुणवत्ता जांचने वाली डिवाइस पद्मावती बनाई है। 15 सेंटीमीटर आकार की यह डिवाइस स्मार्टफोन की सहायता से संचालित होती है। इससे दो मिनट के अंदर 14 तरह की अशुद्धियों की जांच करने का दावा किया गया है। इस शोध और डिवाइस का पेटेंट करा लिया गया है। बाजार में इसकी अनुमानित कीमत करीब 7500 रुपये होगी। प्रो. इंद्रशेखर सेन के मुताबिक पद्मावती टेस्ट स्ट्रिप तकनीक पर काम करती है। इसमें बैट्री, ब्लू टूथ, वाईफाई, इलेक्ट्रोड, कैमरा और स्ट्रिप को लगाने की जगह है। इसमें वॉटर सैंपलर का छोटा का हिस्सा है। पानी को सैंपलर में डाल दिया जाता है, जिससे दो मिनट के अंदर स्ट्रिप का रंग बदलने लगता है। ये रंग उसकी अशुद्धियों के बारे में जानकारी देते हैं। ब्लू टूथ डिवाइस की मदद से इसका पूरा का पूरा डेटा मोबाइल में आ जाता है।
एक बार की टेस्टिग में 75 रुपये का खर्च
प्रो. सेन ने बताया कि एक बार की टेस्टिग में 75 रुपये का खर्च आएगा। इसमें 14 तरह के पैरामीटर पर जांच की जाएगी। अमूमन एक पैरामीटर की जांच कराने में 500 रुपये तक का खर्च आता है।
मैटल का भी लगेगा पता
पानी में ऑक्सीजन की मात्रा, रंग, गुणवत्ता तो आसानी से पता चल जाती है, लेकिन मैटल्स का पता लगाने के लिए लैब में जांच आवश्यक होती है। पद्मावती से आयरन, लेड, क्रोमियम, कॉपर, ब्रोमाइन, सल्फेट, फ्लोराइड, नाइट्रेट, नाइट्राइट, एल्कलाइनिटी आदि की जानकारी मिल सकेगी।