IIT Kanpur के पूर्व छात्र का सीईओ ऑफ द इयर के लिए चयन, उनकी इस उपलब्धि के पीछे है कोरोना मास्क
आइआइटी कानपुर के पूर्व छात्र डॉ. संदीप को बड़ी बिजनेस मैगजीन ने सीईओ ऑफ द इयर के लिए चयनित किया है। उन्होंने कोरोना काल में बनाए फाइव लेयर के 70 लाख मास्क से देश-दुनिया में अलग पहचान बनाई है।
कानपुर, जेएनएन। कहते हैं जहां चाह वहां राह...। इस कहावत को आइआइटी के केमिकल इंजीनियङ्क्षरग से पीएचडी करने वाले पूर्व छात्र डॉ. संदीप पाटिल ने कोरोना काल में लाखों मास्क बनाकर सच कर दिया है। साल भर तक कोरोना योद्धा बनकर फाइव लेयर के 70 लाख ऐसे मास्क बनाए जो कोरोना वायरस का खात्मा करने में सक्षम हैं। दुर्गंध की रोकथाम करने वाला मास्क भी उनकी उपलब्धि में शामिल है।
उनकी इन उपलब्धियों को देश की बड़ी बिजनेस मैगजीन 'सीईओ इनसाइट्स' में स्थान दिया गया है। वर्ष 2020 में इस मैगजीन ने डॉ. संदीप पाटिल व उनके स्टार्टअप को सीईओ ऑफ द इयर के लिए चयनित किया है। धूल, बारीक कणों व नैनो पार्टिकल को रोकने वाले यह मास्क उन्होंने कड़े शोध अनुसंधान के बाद विकसित किए हैं। उनके स्टार्टअप को विभाग से भी औद्योगिक इकाई लगाने की अनुमति मिल गई है। उद्योग निदेशालय से भी उद्योग स्थापित करने की स्वीकृति दी गई है। उन्होंने आइआइटी परिसर में इसका सेटअप लगाया है।
डॉ. संदीप सिंह ने बताया कि कोरोना काल में ऐसे मास्क बनाने की चुनौती को उन्होंने स्वीकार किया। रिसर्च एंड डेवलपमेंट करने के बाद कई चरणों में उसका परीक्षण किया गया, जिसके बाद उत्पादन का कार्य प्रारंभ हुआ। फाइव लेयर का बनाया गया मास्क ओडरलेस टेक्नोलॉजी पर आधारित है। यह मास्क वायरस व बैक्टीरिया से बचाव करने के साथ ही केमिकल, गैस, जैविक तत्व, नाली व सड़क में उड़ती अन्य चीजों की दुर्गंध रोकने में भी कारगर रहा। इस प्रकार के मास्क की खासियत यह है कि इसमें नैनो फाइबर चार्ज पार्टिकल के एक्टिव एजेंट मिलाकर तैयार किया गया है, जो बैक्टीरिया व वायरस का खात्मा करते हैं।