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आइआइटी ने बनाई टाइल्स, बिना एसी ठंड रहेगा कमरा, 40 डिग्री तापमान को 15 डिग्री पहुंचा देगा Kanpur News

आइआइटी कानपुर के रूरल टेक्नोलॉजी एक्शन ग्रुप ने विशेष टाइल्स बनाई है।

By AbhishekEdited By: Published: Wed, 27 Nov 2019 09:58 AM (IST)Updated: Wed, 27 Nov 2019 05:44 PM (IST)
आइआइटी ने बनाई टाइल्स, बिना एसी ठंड रहेगा कमरा, 40 डिग्री तापमान को 15 डिग्री पहुंचा देगा Kanpur News
आइआइटी ने बनाई टाइल्स, बिना एसी ठंड रहेगा कमरा, 40 डिग्री तापमान को 15 डिग्री पहुंचा देगा Kanpur News

कानपुर, [विक्सन सिक्रोडिय़ा]। कहावत है, दीवारों के भी कान होते हैं... लेकिन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर में बनी एक टाइल्स से ऐसी दीवार बन सकती है, जिसके कान नहीं होंगे। जी हां, गर्मी में भी एसी सी ठंडक वाला कमरा तैयार करने के लिए आइआइटी के इंजीनियरों ने ऐसी टाइल्स बनाई है, जो कमरे को साउंड प्रूफ बनाएगी और बिना एसी के ही उसे ठंडा रखेगी। इस टाइल्स को लगाकर 40 डिग्री सेल्सियस के बाहरी तापमान में भी कमरा 15 डिग्री सेल्सियस तक ठंडा किया जा सकेगा।

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घड़ा बनाने वाली मिट्टी का हुआ इस्तेमाल

आइआइटी के रूरल टेक्नोलॉजी एक्शन ग्रुप (रूटेक) यह तकनीक ईजाद की है। घड़ा बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली मिट्टी में कुछ पदार्थ मिलाकर इसे विकसित किया है। मैटीरियल साइंस इंजीनियङ्क्षरग के प्रो. करोल मंडल, प्रो. संदीप संघल, डॉ. बिशाख भट्टाचार्य, शुभांकर खारा, जयेश जांब्रे व आसिम बोस की टीम ने यह टाइल्स बनाई है। यह सामान्य टाइल्स की अपेक्षा पांच गुना अधिक आवाज को एब्जार्व कर सकती है। अभी कमरे को साउंड प्रूफ बनाने के लिए ज्यादातर शीशे का इस्तेमाल होता है। इससे गर्मी के दिनों में कमरा बेहद गर्म व सर्दी में ठंडा हो जाता है।

जल्द फाइनल होगा पेटेंट

प्रो. करोल मंडल ने बताया कि मिट्टी हर मौसम में तापमान को नियंत्रित रखती है। उसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। चूंकि अभी पेटेंट फाइनल नहीं हुआ है, इसलिए इसकी विधि नहीं बता सकते। इसके औद्योगिक उत्पादन के लिए कंपनियों से बातचीत चल रही है, अगले साल यह टाइल्स बाजार में आने की संभावना है। अभी इसकी कीमत तय नहीं है लेकिन यह निश्चित है कि इसे ग्रामीण भी बेहद आसानी से खरीद सकेंगे।

इस तरह काम करेगी टाइल्स

प्रो. करोल मंडल ने बताया कि टाइल्स से 20 लीटर क्षमता का बॉक्स बनाकर उसके चारों ओर खाली जगह में बालू भरकर टपक सिंचाई विधि से ठंडा रखा जाएगा। यह एक तरह की दोहरी दीवार होगी। भीतरी दीवार में पानी डालने पर वह बाहरी दीवार तक आ जाएगा। बाहर व अंदर की गर्मी से पानी वाष्पीकृत होता रहेगा और अंदर का हिस्सा ठंडा हो जाएगा। विशेष टाइल्स से बनी दीवारों के बीच किसान सब्जी की फसल को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकेंगे। टाइल्स के छोटे-छोटे बर्तन बनाकर सफल प्रयोग किया जा चुका है।


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