सेक्युलर हैं तो मिलकर चुनाव लड़ें पार्टियां
राज्यसभा के पूर्व सदस्य मो. अदीब ने मुसलमानों से कही बात। - सर सैयद लाइब्रेरी म
जागरण संवाददाता, कानपुर : राजनीतिक पार्टियां सेक्युलर होने का दावा करती हैं, लेकिन भाजपा से खौफजदा होकर अब हिदू पार्टी बन गईं हैं। कोशिश कर रही हैं कि हिदू वोट मिले। मुसलमान तो मजबूरी में वोट देगा, क्योंकि भाजपा को हराना है, लेकिन अगर पार्टियां सेक्युलर हैं तो मिलकर चुनाव लड़ें। राज्यसभा के पूर्व सदस्य मो. अदीब ने रविवार दोपहर बाद बेकनगंज स्थित सर सैयद लाइब्रेरी में आयोजित प्रेसवार्ता में जनप्रतिनिधियों व बुद्धिजीवियों से यही बात कही।
अलीगढ़ मुस्लिम विवि के पूर्व छात्र रहे मो. अदीब ने बताया कि वह शहरों में लोगों को राजनीतिक पार्टियों की हकीकत बताकर इस बार के चुनाव में सोच समझकर फैसला लेने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक पार्टी के अध्यक्ष कहते हैं कि भाजपा ने राम मंदिर बनवाया, हम शिव मंदिर बनाएंगे। आम आदमी पार्टी मथुरा से चुनाव प्रचार शुरू करती है। एक पार्टी की नेता त्रिशूल लेकर अयोध्या पहुंच जाती हैं। भला आप बताएं कि आखिर सेक्युलर कौन है। हाल ये है कि हिन्दुस्तान में नौजवान बेरोजगार हो गया है। किसानों पर गाड़ियां चढ़ा दी गईं, फिर भी 40 फीसद लोग ऐसे हैं, जो कहते हैं कि भाजपा को वोट देंगे।
मो. अदीब ने कहा कि यही हालात देखकर हमने पालिटिकल पार्टियों के नेताओं से संपर्क किया है। कहा है कि आप लोग 40 फीसद से ऊपर वोट लाइये। सब पार्टियां मिलकर इलेक्शन लड़ें। 60-65 फीसद हिदू वोट जो सेक्युलर है, उन सबको मिलकर लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर पार्टियां अलग-अलग लड़ती हैं तो वह 40 प्रतिशत वोट जो बीजेपी का है वो जीत जाएगा। इसीलिए कोई दूसरी मुस्लिम पार्टी मत बनाइये, अलग इलेक्शन मत लड़िए।