बारिश हुई तो डूब जाएगा शक्तिनगर व एचएएल
जागरण संवाददाता, कानपुर: एनएचएआइ अपने निर्माण व प्लानिंग को लेकर कितना बेपरवाह है इसका अंदा
जागरण संवाददाता, कानपुर: एनएचएआइ अपने निर्माण व प्लानिंग को लेकर कितना बेपरवाह है इसका अंदाजा रामादेवी सर्विस लेन पर हो रहे काम को देखकर लगाया जा सकता है। वर्षो से अटका पड़ा काम शुरू तो हो गया पर ये राहत की जगह आफत भरा नजर आने लगा है। बारिश के पानी को निकालने के लिए एनएचएआइ नाले का निर्माण कर रहा है, लेकिन इसे खुला छोड़ने की तैयारी है।
रामादेवी से नौबस्ता की ओर जा रहे हाईवे के बगल में सर्विस लेन का निर्माण शुरू हो गया है। जाजमऊ से रामादेवी पुल तक सर्विस लेन के बगल में बारिश के पानी के लिए नाला बनाया जा रहा है। बेतरतीब ढंग से बनाए जा रहे नाले को रेलवे ट्रैक पुल के पहले 132 केवी पावर स्टेशन के बगल में खुला छोड़ने की तैयारी है। ऐसे में जब बारिश का पानी नाले से होता हुआ एचएएल व शक्तिनगर में जाकर गिरेगा तो पूरा क्षेत्र जलमग्न हो जाएगा। यह इलाका पहले से ही दस फीट गहराई में है। जल निकासी का कहीं इंतजाम नहीं है। ऐसे में हाईवे नाले का पानी बड़ी मुसीबत लेकर आएगा। कई बार क्षेत्रीय लोग निर्माण कंपनी को काम करने से रोक चुके हैं।
काम में गुणवत्ता व मानक नहीं
निर्माण कंपनी गैमन इंडिया ने अब तक जो नाला बनाया है उसका लेवल बेतरतीब है। रामादेवी चौराहे पर इसका लेवल सड़क के बराबर तो चौराहे के पार नौबस्ता की तरफ डिवाइडर जैसा है। सब्जीमंडी में नाला पूरी तरह गायब है और इसके बाद आगे सड़क से पांच फीट तक ऊंचा है। शक्तिनगर में आकर यह नाला समाप्त हो जाता है। नाले की दीवार इतनी जर्जर बनी है कि जरा सी ठोकर में भरभराकर गिर जा रही है। नाले का जितना भाग बना है, उसकी दीवार से पानी निकला करता है।
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नाले का आउट फाल देखा जाएगा, ऐसी स्थिति नहीं आने दी जाएगी। बारिश के पानी को किसी मोहल्ले या बगैर प्लानिंग के खुला छोड़ने की इजाजत निर्माण कंपनी को नहीं दी जाएगी। जल्द ही इसका सर्वे करवाया जाएगा।
-आर के वर्मा, प्रोजेक्ट मैनेजर एनएचएआइ