आवारा जानवर व चोक सीवर लाइन ने छीना लोगों का चैन
वार्ड 49 गांधीनगर में आयोजित जागरण आपके द्वार कार्यक्रम में नागरिकों ने बताईं समस्याएं कालपी रोड व जीटी रोड से जुड़ा इलाका गांधीनगर सूअर और चट्टों से परेशान है। सुअरों ने सड़क पर निकलना मुश्किल कर दिया है वहीं चट्टों ने क्षेत्र की सीवर लाइन चोक कर दी है। बिना बारिश के ही कई क्षेत्रों में दूषित पानी भरा रहता है, फिर बरसात में हालात का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं।
जागरण संवाददाता, कानपुर : कालपी रोड व जीटी रोड से जुड़ा इलाका गांधीनगर सूअर और चट्टों से परेशान है। सुअरों ने सड़क पर निकलना मुश्किल कर दिया है वहीं चट्टों ने क्षेत्र की सीवर लाइन चोक कर दी है। बिना बारिश के ही कई क्षेत्रों में दूषित पानी भरा रहता है, फिर बरसात में हालात का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं।
यह दर्द वार्ड 49 गांधीनगर के लोगों ने दैनिक जागरण द्वारा लगाए गए जागरण आपके द्वार शिविर में अफसरों से कहीं। श्री शनि साईं धाम गांधीनगर में लगे शिविर में लोगों ने कहा कि सुअर हटाए जाएं। सड़क पर दौड़ते सुअरों के कारण अक्सर वाहन चालक भिड़ जाते हैं और चोटिल हो जाते हैं। इसके अलावा कुत्तों ने रही सही कसर पूरी कर दी है। रात में कुत्ते वाहन चालकों पर हमला कर देते है। दर्जनों को अब तक काट चुके हैं लेकिन कुत्तों को पकड़ने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। पार्क में जानवरों का लगा रहता डेरा पार्क में जानवरों का डेरा लगा रहता है। टहलने वाले नहीं जा पाते है। इसके अलावा लोगों ने फुटपाथ व सड़क पर ही गाय पाल रखी है।
पेयजल लाइन पड़ गई, पानी नहीं पहुंचा
क्षेत्र में जेएनएनयूआरएम योजना के तहत पेयजल लाइन पड़ गई है लेकिन अभी तक चालू नहीं हो पाई है। टेस्टिंग के दौरान सड़कें कई बार धंस चुकी हैं।
जर्जर भवन खतरनाक
शिविर में कई लोगों ने जर्जर भवनों की शिकायत की। जोनल प्रभारी ने कहा कि जर्जर भवनों की जांच कराके उनको गिराया जाएगा। गांधीनगर, आचार्यनगर में कई मकान जर्जर हो गए है। कई में पेड़ उग आने के कारण गिराऊ स्थिति में पहुंच गए है।
नहीं उठती समय पर गंदगी
क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि समय पर गंदगी नहीं उठती है। पहले घर-घर से कूड़ा उठाया जा रहा था जो अब बंद हो गया। इसको फिर से चालू किया जाए ताकि सड़क पर गंदगी न आए।
क्षेत्र में अवैध कारखाने
जरीब चौकी के पास लोहे को गलाने वाले कारखाने चल रहे है। जबकि आबादी वाले क्षेत्रों में कारखाने चलाने पर रोक है।
एलईडी लाइट बनी शोपीस
क्षेत्र में लगी एलईडी लाइट केवल शोपीस बनी हुई है। क्षेत्र में 30 फीसद लाइटें बंद पड़ी है। इसके चलते रात में अंधेरा होने के कारण लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि कई बार अफसरों से शिकायत कर चुके है।
क्षेत्र का हाल
वार्ड - 49 गांधीनगर
आबादी - 65 हजार
मोहल्ला- गांधीनगर, सीसामऊ, पीरोड
विशेषता- बलखंडेश्वर मंदिर, सीसामऊ बाजार
क्या कहते हैं जिम्मेदार
जागरण आपके द्वार में आई शिकायतों का संबंधित विभागों से निस्तारित कराई जाएगी। इसमें लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
- स्वर्ण सिंह, जोनल प्रभारी, जोन चार
प्राथमिकता के आधार समस्याओं का निदान कराया जाएगा। न होने पर जनता के साथ अफसरों को घेरा जाएगा। सीवर लाइन डालने का प्रस्ताव पास है।
- महेंद्र शुक्ल, पार्षद वार्ड गांधीनगर जनता की आवाज
समय पर सफाई न होने के कारण गंदगी सड़क पर फैली रहती है। जनता को निकलने के लिए जूझना पड़ता है।
- सोनू गुप्ता सुअरों का आतंक क्षेत्र में बहुत है। घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। गंदगी समय पर नहीं उठती है।
- राजेंद्र त्रिपाठी सीवर लाइन चोक है इनको साफ कराया जाए या बदला जाए। बहुत पुरानी पड़ी है जबकि क्षेत्र की आबादी बढ़ गई है।
- अजीत गौतम आवारा जानवरों को पकड़ा जाए। सड़क पर निकलने में डर लगता है पता नहीं कहां पर कौन जानवर दौड़ा ले।
- बबिता क्षेत्र में लगे हैंडपंप ठीक कराए जाए। पार्को से आवारा जानवरों को हटाया जाए ताकि जनता को आने में दिक्कत न हो।
-ममता शुक्ला क्षेत्र में चल रहे अवैध कारखानों को हटाया जाए। इसके कारण क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ रहा है। सीवर में गोबर डालने वाले चंट्टों को बंद कराया जाए।
- आलोक अग्रवाल जागरण सुझाव
- क्षेत्र में सफाई कर्मचारी 62 है। जबकि क्षेत्र की आबादी के हिसाब से 120 की है।
- क्षेत्र में सीवर सफाई के लिए सिर्फ तीन कर्मचारी है जबकि 15 कर्मचारी होने चाहिए।
- शौचालय हैं लेकिन उनके रखरखाव की व्यवस्था की जाए।
- महिलाओं के लिए एक भी पेशाबघर और शौचालय नहीं है।
- सीवर लाइन चोक पड़ी है और चौड़ी सीवर लाइन डाली जाए।
- क्षेत्र में पार्किग की व्यवस्था नहीं है। सीसामऊ बाजार और पीरोड है इसके लिए पार्किग की व्यवस्था की जाए।
- अतिक्रमणकारियों ने फुटपाथ को शोरूम बना दिया है। राहगीरों के चलने के लिए फुटपाथ दुकानदारों ने बेच दिए है। इसको खाली कराया जाए।
- क्षेत्र में आठ पार्क हैं जो माली न होने से उजाड़ हो गए है। इन पार्को को आवारा जानवरों से खाली कराया जाए और सफाई कराई जाए।
- सूअरों व कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जाए।
- भरत पार्क में बनी डिस्पेंसरी दिखावा हो गई है इसको चालू कराया जाए। ये अफसर थे मौजूद
जोनल प्रभारी स्वर्ण सिंह, जलकल अवर अभियंता सुशील कुमार, रफी उल्ला खां, स्वास्थ्य कर्मचारी किशोर आहूजा थे। यह आईं समस्याएं
नगर निगम - 67
जलकल विभाग -45