सर्दियों में इस बार एलएलआर अस्पताल के हृदय रोगियों को नहीं होगी दिक्कत
पहले से किया गया बंदोबस्त, प्राथमिक जांच के लिए ईसीजी की सुविधा शुरू।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। सर्दियों में लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान (कार्डियोलॉजी) में मरीजों का दबाव बढऩे पर एलएलआर (हैलट) भेज दिए जाते हैं। इस बार सर्दियों में एलएलआर में हृदय रोगियों को दिक्कत नहीं होगी। प्राचार्य ने उनके इलाज एवं जांच का पूरा बंदोबस्त पहले से कर दिया है।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. आरती दवे लालचंदानी ने अक्टूबर में आते ही पहले हृदय रोग की ओपीडी शुरू की। उसके बाद हृदय रोगियों की प्राथमिक जांच के लिए ईसीजी की सुविधा शुरू की है। अब हृदय रोगियों के दिल की स्थिति जानने के लिए दो साल से खराब पड़ी ईको मशीन भी दुरस्त कराने की पहल की है। ईको मशीन के वार्षिक रखरखाव के लिए अनुबंध भी करा दिया है। ताकि सर्दियों में एलएलआर में भर्ती होने वाले मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके।
जीएसवीएम की मेडिसन विभागाध्यक्ष डॉ. रिचा गिरि ने बताया कि सर्दियों से पहले ही हृदय रोगियों के इलाज का पूरा बंदोबस्त कर लिया गया है। प्राचार्य भी हृदय रोग विशेषज्ञ हैं। उनके निर्देश पर विशेष इंतजाम किए गए हैं। हृदय रोगियों की संख्या बढऩे पर उन्हें अलग वार्ड में रखा जाएगा। मरीजों की इको जांच भी जल्द शुरू हो जाएगी।
तीन लाख रुपये में हुई एएमसी
इको मशीन की मरम्मत के लिए तीन लाख रुपये का एएमसी का प्रस्ताव स्वीकृत हो गया है। इसकी मरम्मत के लिए कंपनी के इंजीनियर को भी अवगत करा दिया गया है।
एचडीयू में होंगे भर्ती
सर्दियों में हृदय रोगियों के लिए 10 बेड का एचडीयू वार्ड सुरक्षित किया जाएगा। जहां उन्हें भर्ती कर मैनेज किया जाएगा।
खास बातें
03 चिकित्सक हृदय रोगियों की करेंगे देखभाल (डॉ. आरती दवे लालचंदानी, डॉ. मोहित सचान व डॉ. कुनाल सहाय)
02 दिन चलेगी हृदय रोग की ओपीडी
12 बेड का सुरक्षित होगा एचडीयू
80-100 ओपीडी में आते मरीज