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ठंड बढ़ते ही अस्पतालों में पहुंचने लगे दिल और दिमाग के रोगी, ऐसे करें बचाव Kanpur News

हृदय रोग संस्थान में भर्ती हुए हृदय रोग के 56 गंभीर मरीज हैलट अस्पताल में ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ी।

By AbhishekEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 11:35 PM (IST)Updated: Wed, 04 Dec 2019 11:35 PM (IST)
ठंड बढ़ते ही अस्पतालों में पहुंचने लगे दिल और दिमाग के रोगी, ऐसे करें बचाव Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। सर्द हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है। इसका असर अब सीधे दिल और दिमाग पर पड़ रहा है। ठंड से हार्ट अटैक और हार्ट फेल्योर के मरीजों की संख्या लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान (कार्डियोलॉजी) में बढ़ गई है। बुधवार को 56 गंभीर मरीज भर्ती हुए हैं वहीं ब्रेन स्ट्रोक (लकवा) के मरीज एलएलआर अस्पताल (हैलट) के इमरजेंसी में आने लगे हैं। बुधवार को चार गंभीर मरीज भर्ती हुए हैं।

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ठंड में हार्ट को रक्त आपूर्ति में करनी पड़ती मशक्कत

कार्डियोलॉजी की ओपीडी और इमरजेंसी में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। ठंड बढऩे से ब्लड प्रेशर और मधुमेह के मरीज दिल में दर्द की समस्या लेकर पहुंचने लगे हैं। ठंड में रक्त नलिकाएं सिकुडऩे से हार्ट को शरीर में रक्त आपूर्ति में मशक्कत करनी पड़ती है। ऐसे में नलिकाओं में कोलेस्ट्रॉल के जमाव से रुकावट से हार्ट अटैक एवं हार्ट फेल्योर का खतरा बढ़ जाता है। संस्थान की इमरजेंसी में बुधवार शाम तक हार्ट अटैक और हार्ट फेल्योर की शिकायत लेकर 73 मरीज पहुंचे, उसमें से 56 भर्ती किए गए। उधर, एलएलआर (हैलट) इमरजेंसी की मेडिसिन यूनिट में डॉ. प्रेम सिंह की यूनिट में ब्रेन स्ट्रोक के 4 गंभीर मरीज भर्ती हुए थे। शाम को 12 और मरीज सिर दर्द की समस्या लेकर इलाज को आए। ठंड में रक्त नलिकाएं सिकुडऩे ब्लड शुगर (मधुमेह) संग बीपी बढऩे से दिमाग की नसें फट जाती हैं। व्यक्ति बेहोशी या कोमा में चला जाता है।

ठंड से बचने के लिए इसका रखें ध्यान

- शारीरिक श्रम करें, तले-भुने के बजाए हल्का भोजन करें।

- अधिक उम्र के लोग तड़के और देर रात घर से न निकलें।

- बाहर निकलें तो गर्म कपड़े अच्छी तरह पहन लें।

- सिर और कान ढंककर निकलें।

- धूप निकलने पर टहलने जाएं।

- बीपी एवं शुगर की नियमित जांच कराते रहें।

- हार्ट और बीपी के पुराने मरीज डॉक्टर से परामर्श लेकर दवाओं की मात्रा निर्धारित करा लें।

- दिल के मरीज ठंड में यात्रा न करें।

- खानपान में लापरवाही न बरतें।

इनका ये है कहना

ठंड बढऩे से अनियंत्रित ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को दिक्कत हो रही है। अचानक बाहर निकलने या ठीक से शरीर न ढकने से उन्हें ब्रेन स्ट्रोक पड़ रहा है। ब्रेन स्ट्रोक के कई गंभीर मरीज आइसीयू में भर्ती हैं।

-डॉ. प्रेम सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज।

ठंड की वजह से हार्ट अटैक एवं हार्ट फेल्योर के मरीज बढ़ गए हैं। इसकी वजह परहेज में लापरवाही, नमक का अधिक इस्तेमाल है।

-डॉ. एसके सिन्हा, असिस्टेंट प्रोफेसर, कार्डियोलॉजी, लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान।  


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