प्रदेश के डेंगू वाले जिलों में स्वास्थ्य निदेशालय पता करेगा मच्छरों की प्रजाति Kanpur News
कानपुर समेत चार मंडलों में जोनल एनाटोमोलॉजिकल यूनिट बनाने की तैयारी।
कानपुर, जेएनएन। सूबे के सर्वाधिक डेंगू केस रिपोर्टिंग के जिलों पर अब स्वास्थ्य निदेशालय नजर रखेगा। इन क्षेत्रों में मच्छरों की प्रजाति का पता लगाने के लिए स्पेशल यूनिट स्थापित की जा रही है, जो मच्छरों की प्रजाति तथा घनत्व का पता लगाएगी। साथ ही मच्छर संक्रमण फैला रहे हैं या नहीं, इसका परीक्षण भी करेगी।
डेंगू के सर्वाधिक मरीजों की रिपोर्टिंग कानपुर समेत चार मंडलों से हो रही है। इसे गंभीरता से लेते हुए शासन ने निगरानी करने का निर्णय लिया है। केंद्र सरकार की मदद से कानपुर, देवीपाटन, मुरादाबाद और मेरठ मंडल में जोनल एनाटोमोलॉजिकल यूनिट स्थापित की जा रही है। इसमें मच्छरों की प्रजाति की टेस्टिंग से लेकर घनत्व की स्थिति का आकलन किया जाएगा। इस यूनिट में कीट विज्ञानी होंगे, जो मच्छरों का विच्छेदन कर संक्रमण की स्थिति भी जानेंगे। मच्छरों से फैलने वाली महामारी की रोकथाम में मदद मिलेगी।
अपर निदेशक के कंट्रोल में होगी यूनिट
अपर निदेशक चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कानपुर मंडल के नियंत्रण में यूनिट होगी। उसकी रिपोर्टिंग अपर निदेशक मलेरिया और निदेशक संचारी एवं वेक्टर जनित स्वास्थ्य महानिदेशालय को होगी।कीट विज्ञानी, प्रयोगशाला प्राविधिक, एक प्रयोगशाला सहायक, कार्यालय सहायक, वार्ड ब्वॉय एवं सफाईकर्मी।यूनिट स्थापना के लिए अपर निदेशक कार्यालय में जगह देखी गई है। पहले चरण में 4 लाख 60 हजार रुपये आवंटित किए गए हैं।
-डेंगू के केस की बढ़ती संख्या को देखते हुए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। शासन ने स्वीकृत करते हुए बजट आवंटित कर दिया है। लखनऊ से आए संयुक्त निदेशक मलेरिया यूनिट के लिए जगह भी देख गए हैं। -डॉ. आरपी यादव, अपर निदेशक, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण