दोपहर में अपने कमरे में खाना खाने गए थे हेड कांस्टेबल, सुबह पड़ा मिला उनका शव
उरई कोतवाली में मुंशी पद पर तैनात थे कन्नौज निवासी प्रदीप कुमार मकान मालिक ने सुबह देखा तो दी पुलिस को सूचना।
By AbhishekEdited By: Published: Mon, 25 Mar 2019 12:31 PM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 12:31 PM (IST)
उरई, जागरण संवाददाता। कोतवाली में तैनात हेड कांस्टेबल की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। सोमवार की सुबह मकान मालिक ने उन्हें जमीन पर पड़ा देखा तो पुलिस को सूचना दी। मौके पर एसपी पहुंचे और जांच की। फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्रित किए। आशंका है हार्ट अटैक से उनकी मौत हुई है। पुलिस अधीक्षक स्वामी प्रसाद ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत की वजह पता चलेगी।
कन्नौज के इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के मोराभाऊ गांव निवासी प्रदीप कुमार कोतवाली में मुंशी के पद पर तैनात थे। रविवार दोपहर वह भोजन करने शहीद भगत सिंह चौराहे पास अपने कमरे पर गए थे। सोमवार को काफी देर तक बाहर नहीं निकलने पर मकान मालिक ने आवाज दी तो कोई जवाब नहीं मिला। दरवाजे पर धक्का दिया तो वह खुल गया। जमीन पर प्रदीप पड़े थे और पास ही खाना रखा था। इसके बाद उन्होंने कोतवाली पुलिस को सूचना दी। कोतवाल शिवगोपाल वर्मा मौके पर पहुंचे और आलाधिकारियों को सूचना दी। फॉरेंसिक टीम के साथ फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट को बुलाया गया। कोतवाल ने बताया कि हृदयाघात से मौत की आशंका है। हर बिन्दु पर जांच की जा रही है।
दद्दू नाम से थे मशहूर
प्रदीप कुमार 15 जनवरी 1988 को महकमे में भर्ती हुए थे। कोतवाली में 17 जुलाई 2017 को उनकी तैनाती हुई थी। साथी बताते हैं कि वह काफी मिलनसार थे और अपनी ड्यूटी के प्रति मुस्तैद रहते थे। उनके हंसमुख स्वभाव के कारण सभी उनको दद्दू कहकर बुलाते थे। परिजनों को सूचना दे दी गई है।
कन्नौज के इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के मोराभाऊ गांव निवासी प्रदीप कुमार कोतवाली में मुंशी के पद पर तैनात थे। रविवार दोपहर वह भोजन करने शहीद भगत सिंह चौराहे पास अपने कमरे पर गए थे। सोमवार को काफी देर तक बाहर नहीं निकलने पर मकान मालिक ने आवाज दी तो कोई जवाब नहीं मिला। दरवाजे पर धक्का दिया तो वह खुल गया। जमीन पर प्रदीप पड़े थे और पास ही खाना रखा था। इसके बाद उन्होंने कोतवाली पुलिस को सूचना दी। कोतवाल शिवगोपाल वर्मा मौके पर पहुंचे और आलाधिकारियों को सूचना दी। फॉरेंसिक टीम के साथ फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट को बुलाया गया। कोतवाल ने बताया कि हृदयाघात से मौत की आशंका है। हर बिन्दु पर जांच की जा रही है।
दद्दू नाम से थे मशहूर
प्रदीप कुमार 15 जनवरी 1988 को महकमे में भर्ती हुए थे। कोतवाली में 17 जुलाई 2017 को उनकी तैनाती हुई थी। साथी बताते हैं कि वह काफी मिलनसार थे और अपनी ड्यूटी के प्रति मुस्तैद रहते थे। उनके हंसमुख स्वभाव के कारण सभी उनको दद्दू कहकर बुलाते थे। परिजनों को सूचना दे दी गई है।
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