देश का पहला कंप्यूट्रॉनिक्स फैन तैयार, इसमें है माइक्रो प्रोसेसर और सॉफ्टवेयर से होगा कंट्रोल
रिमोट से चलने वाले 32 वॉट के इस पंखे में कंडेंसर नहीं है, सामान्य से 70 फीसद बिजली की खपत कम होगी।
By AbhishekEdited By: Published: Wed, 09 Jan 2019 08:42 PM (IST)Updated: Thu, 10 Jan 2019 11:03 AM (IST)
विक्सन सिक्रोडिय़ा, कानपुर। देश का पहला कंप्यूट्रॉनिक्स फैन बनकर तैयार हो चुका है। कंप्यूट्रॉनिक्स कांसेप्ट पर बनाए गए इस पंखे में माइक्रो प्रोसेसर लगा है और सॉफ्वेयर से कंट्रोल होता है। इसकी सबसे खास बात यह है कि आम पंखों की तुलना में बिजली की खपत 70 फीसद कम होगी और रिमोट से चलेगा। अभी तक इलेक्ट्रानिक्स बेस पर बने पंखे अधिक बिजली का कंजप्शन करते हैं। इस पंखे से बिजली की बचत तो होगी ही और साथ ही कम वोल्टेज में भी धीमा नहीं होगा।
यह पंखा बचाएगा 70 फीसद बिजली
क्या कभी सोचा है कि आपका पंखा 70 फीसद बिजली बचा सकता है, शायद नहीं! मगर, यह सच है। अभी पंखों में इलेक्ट्रिकल व मैकेनिकल के उपकरणों का इस्तेमाल होता है जिससे बिजली की खपत अधिक होती है। लेकिन अब हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय (एचबीटीयू) के जूनियर रिसर्च फेलो व इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के छात्र रहे दीपांशु अहलावत व कंप्यूटर साइंस के छात्र रहे शिवशंकर उपाध्याय ने ब्रसलेस डीसी सीलिंग फैन बनाया है, जो कम बिजली खर्च करेगा। रिमोट से चलने वाला यह पंखा इलेक्ट्रिकल व कंप्यूटर साइंस तकनीक से बनाया गया है। 32 वॉट के इस पंखे को तैयार करने में इलेक्ट्रिकल व मैकेनिकल के उपकरणों का इस्तेमाल बेहद कम है। इसमें कंडेंसर का प्रयोग भी नहीं किया गया है।
कम वोल्टेज में भी फुल स्पीड
शिवशंकर उपाध्याय ने बताया कि खास बात यह भी है कि यह पंखा कम वोल्टेज में भी फुल स्पीड से चलता है। 90 से 265 वोल्ट के बीच बिजली फ्लेक्चुएट होने पर भी सामान्य गति से चलेगा। इसमें 1200 एमएम स्विप आकार के ब्लेड लगे हैं।
क्या होता है माइक्रो प्रोसेसर
एचबीटीयू के डीन इंक्यूबेशन प्रो. कृष्ण राज ने बताया कि माइक्रो प्रोसेसर एक स्मॉल कंप्यूटर होता है। माइक्रो प्रोसेसर को प्रोग्राम करके पंखे के अंदर फिट किया गया है। इसके बाहर सेंसर भी लगाया गया है जो वायरलेस रिमोट से कंट्रोल होता है।
यह पंखा बचाएगा 70 फीसद बिजली
क्या कभी सोचा है कि आपका पंखा 70 फीसद बिजली बचा सकता है, शायद नहीं! मगर, यह सच है। अभी पंखों में इलेक्ट्रिकल व मैकेनिकल के उपकरणों का इस्तेमाल होता है जिससे बिजली की खपत अधिक होती है। लेकिन अब हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय (एचबीटीयू) के जूनियर रिसर्च फेलो व इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के छात्र रहे दीपांशु अहलावत व कंप्यूटर साइंस के छात्र रहे शिवशंकर उपाध्याय ने ब्रसलेस डीसी सीलिंग फैन बनाया है, जो कम बिजली खर्च करेगा। रिमोट से चलने वाला यह पंखा इलेक्ट्रिकल व कंप्यूटर साइंस तकनीक से बनाया गया है। 32 वॉट के इस पंखे को तैयार करने में इलेक्ट्रिकल व मैकेनिकल के उपकरणों का इस्तेमाल बेहद कम है। इसमें कंडेंसर का प्रयोग भी नहीं किया गया है।
कम वोल्टेज में भी फुल स्पीड
शिवशंकर उपाध्याय ने बताया कि खास बात यह भी है कि यह पंखा कम वोल्टेज में भी फुल स्पीड से चलता है। 90 से 265 वोल्ट के बीच बिजली फ्लेक्चुएट होने पर भी सामान्य गति से चलेगा। इसमें 1200 एमएम स्विप आकार के ब्लेड लगे हैं।
क्या होता है माइक्रो प्रोसेसर
एचबीटीयू के डीन इंक्यूबेशन प्रो. कृष्ण राज ने बताया कि माइक्रो प्रोसेसर एक स्मॉल कंप्यूटर होता है। माइक्रो प्रोसेसर को प्रोग्राम करके पंखे के अंदर फिट किया गया है। इसके बाहर सेंसर भी लगाया गया है जो वायरलेस रिमोट से कंट्रोल होता है।
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